एशिया कप में पाकिस्तान को हराने का बाद जोश से भरी भारतीय टीम सुपर चार में अब बांग्लादेश से भिड़ेगी। भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता टीम कॉम्बिनेशन को लेकर है, क्योंकि हार्दिक पंड्या कमर की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं, जबकि हांगकांग और पाकिस्तान के खिलाफ लगातार दो दिन खेलने के बाद भुवनेश्वर कुमार को आराम दिया जा सकता है। वहीं अक्षर पटेल और शारदुल ठाकुर भी चोटों के कारण बाहर होने से भारत की परेशानी बढ़ गई है। 

बाएं हाथ के स्पिनर खलील अहमद को भुवनेश्वर के स्थान पर अंतिम एकादश में मौका दिया जा सकता है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पंड्या का विकल्प कौन होगा। अक्षर की जगह रविंद्र जडेजा जबकि शारदुल की जगह सिद्धार्थ कौल को टीम में शामिल किया गया है जिसकी पुष्टि बीसीसीआई ने की है।

पंड्या के विकल्प के तौर पर दीपक चाहर टीम से जुड़ रहे हैं लेकिन इसकी संभावना नहीं है कि उन्हें अंतिम एकादश में जगह मिल पाएगी।

मनीष पांडे बल्लेबाजी में गहराई पैदा कर सकते हैं और मध्यक्रम में उन्हें मौका दिए जाने की संभावना है। केदार जाधव की आफ स्पिन प्रभावी है और वह पंड्या के हिस्से के ओवर कर सकते हैं।

सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर धवन पहले दो मैचों में रन बनाने में सफल रहे जबकि अंबाती रायुडू और दिनेश कार्तिक ने पाकिस्तान के खिलाफ अच्छी बल्लेबाजी की।

महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी फार्म टीम प्रबंधन के लिए चिंता का विषय है। यह देखना रोचक होगा कि कप्तान रोहित उन्हें ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए बुलाकर क्रीज पर अधिक समय बिताने का समय देते हैं या नहीं।

भारत और पाकिस्तान के बीच प्रतिद्वंद्विता एतिहासिक है जबकि मेलबर्न में 2015 विश्व कप क्वार्टर फाइनल के बाद से बांग्लादेश के खिलाफ प्रतिद्वंद्विता कड़वाहट भरी रही है।

कोई भी इससे इनकार नहीं कर सकता कि बांग्लादेश की टीम 50 ओवर के प्रारूप में मजबूत है और 2012 में एशिया कप के फाइनल में भी जगह बना चुकी है।
प्रेरणादायी कप्तान मशरफे मुर्तजा की अगुआई में मुशफिकुर रहीम, साकिब अल हसन, महमूदुल्ला रियाध टीम को मजबूती देते हैं।

बांग्लादेश की टीम के पास मुस्तफिजुर रहमान और रूबेल हुसैन जैसे दो स्तरीय तेज गेंदबाजों के अलावा मुर्तजा और साकिब जैसे अनुभवी गेंदबाज भी हैं।