यूं हीं पूरी दुनिया भारतीय सेना को सलाम नहीं करती है। जहां भारतीय सेना विश्वभर में अपनी बहादुरी के लिए जानी जाती है वहीं वह अपनी इंसानियत के लिए भी दुनिया में सेना की प्रशंसा की जाती है। ना जाने कितने ऐसे वाकिए हैं, जहां भारतीय सेना ने दुनिया में मिशाल पेश की। यही आज एक बार फिर देखने को मिला जब पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से एक बच्चे का शव नदी से बहकर भारतीय सीमा में आया तो भारतीय सेना ने बगैर किसी प्रोटोकॉल के उस बच्चे का शव उसके घर वालों को सौंपा दिया।

असल में आज पाक के कब्जे वाले कश्मीर यानी पीओके की एक नदी से एक बच्चे का शव बहकर भारतीय सीमा में आ गया। जिसे भारतीय सेना ने बाहर निकाला। इसकी जानकारी स्थानीय लोगों ने भारतीय सेना को दी। सेना ने उस बच्चे को काफी मशक्कत के बाद वहां से निकाला। फिर उसे उसके माता पिता को सौंप दिया।

क्योंकि उस बच्चे के माता पिता अपने बच्चे का शव चाहते थे। नदी में बहकर आए सात वर्षीय बच्चे आबिद शेख का शव ना केवल भारतीय सेना ने न सिर्फ बाहर निकाला बल्कि उसे बगैर किसी प्रोटोकॉल के पाकिस्तानी सेना को सौंप दिया। ताकि उस बच्चे का शव उसके माता पिता के पास पहुंच सके और वह अपने कलेजे के टुकड़े को अंतिम बार देख सकें।

ऐसा पहली बार नहीं हो हुआ है जब भारतीय सेना ने मानवता पेश किया है। अकसर नदी से बहकर आने वाले शवों को भारतीय सेना पाकिस्तान को सौंप देती है। इस सात साल के बच्चे के माता पिता ने भारतीय सेना से बच्चे के शव को तुरंत देने की अपील की और भारतीय सेना ने मानवीय आधार पर तत्काल मान लिया गया।

असल में पीओके के मिनिमर्ग का रहने वाला आबिद स्कूल से घर लौटते वक्त लापता हो गया था। बरसात के कारण नदी में गिरकर उसकी मौत हो गयी। सेना से मिली जानकारी के मुताबिक पीओके के गिलगिट-बाल्टिस्तान के रहने वाले सात साल के आबिद शेख का शव नदी से निकाला और तुरंत उसे पाकिस्तान की सेना को सौंप दिया। भारतीय सेना ने जब इस बच्चे का शव देखा तो उन्होंने तुरंत पाकिस्तान सेना को इसकी जानकारी दी। हालांकि स्थानीय लोगों भारतीय सेना की इस कार्य के लिए मदद की और इस बच्चे को नदी से निकाला।