ई-कामर्स के क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू कर अरबपति बनने वाले सचिन बंसल अब देश के उन कारोबारियों में भी शामिल हो गए हैं। जिन्होंने सरकार को करोड़ों रुपए का टैक्स चुका है। हालांकि ये टैक्स उन्होंने इनकम टैक्स का नोटिस मिलने के बाद चुकाया है।
ई-कामर्स के क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू कर अरबपति बनने वाले सचिन बंसल अब देश के उन कारोबारियों में भी शामिल हो गए हैं। जिन्होंने सरकार को करोड़ों रुपए का टैक्स चुका है। हालांकि ये टैक्स उन्होंने इनकम टैक्स का नोटिस मिलने के बाद चुकाया है। भारत की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के संस्थापक सचिन बंसल ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए 699 करोड़ रुपए का एडवांस टैक्स भरा है।
असल में सचिन बंसल ने अपनी कंपनी की हिस्सेदारी अमेरिकी रिटेलर वॉलमार्ट बेच दी थी और इससे उन्हें काफी मुनाफा हुआ था। इसके बाद हिस्सेदारी बेचने से मिली रकम पर बना कैपिटल गैन टैक्स भी शामिल है। सचिन के पार्टनर और कंपनी के को-फाउंडर बिन्नी बंसल ने भी वॉलमार्ट को अपनी हिस्सेदारी बेची थी।
लेकिन दोनों ने अब तक यह खुलासा नहीं किया है कि फ्लिपकार्ट के शेयर बेचने से उन्हें कुल कितनी रकम मिली है। लिहाजा दोनों को आयकर विभाग ने नोटिस भेजा था। विभाग ने इस डील के लिए सचिन और बिन्नी बंसल समेत अन्य शेयरधारकों को नोटिस भेजा था। इसमें इनसे फ्लिपकार्ट के शेयर बेचने से मिली रकम पर हुए कैपिटल गेन का खुलासा करने को कहा था। अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट को फ्लिपकार्ट ने अपनी 77 फीसदी की हिस्सेदारी बेची थी।
वॉलमार्ट ने पिछले साल 16 अरब डॉलर में फ्लिपकार्ट की हिस्सेदारी खरीदी थी। कंपनी ने सितंबर को आयकर विभाग को 7,439.40 करोड़ रुपए विदहोल्डिंग टैक्स चुकाया था। सूत्रों के मुताबिक अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में महज 44 शेयरधारकों से हिस्सेदारी खरीदी थी। लेकिन सिर्फ 10 बड़े शेयरधारकों से खरीदी गई हिस्सेदारी पर ही यह टैक्स चुकाया था। इस पर विभाग ने वॉलमार्ट से स्पष्टीकरण मांगा था। लिहाजा विभाग से दबाव बढ़ने के बाद सचिन बंसल ने आयकर विभाग को टैक्स चुकाया।
Last Updated Jan 3, 2019, 12:38 PM IST