अमेरिका के राष्ट्रपति की तर्ज पर अब भारतीय राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को सुरक्षा मिलेगी। दुश्मन भले ही कितनी तकनीक का इस्तेमाल उन्हें नुकसान पहुंचाने के लिए करें, लेकिन देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति का अचूक घेरे को भी छू पाना मुश्किल होगा। भारत सरकार ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की लंबी विदेश यात्राओं के लिए दो नए बोइंग विमान को खरीदने का फैसला किया है, जिसमें अमेरिका के एयर फोर्स वन की तरह ही अडवांस्ड सिस्टम से सुसज्जित किया जाएगा।

दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को अमेरिकी राष्ट्रपति को उनकी हवाई यात्राओं के दौरान मिलने वाली सुरक्षा मिलेगी। अब राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ऐसे अत्याधुनिक और हाइटेक विमानों में विदेश यात्रा कर सकेंगे, जो दुश्मनों की पहुंच से काफी दूर होंगे। भले ही वह इसके लिए कुछ भी हथकंडे अपना ले। भारत सरकार इन दोनों के लिए दो बोइंग 777 विमान को तैयार करा रही हैं, जिस पर मिसाइल हमलों का भी असर नहीं होगा। अमेरिका के राष्ट्रपति के लिए इसी तरह के हवाई जहाज का इस्तेमाल किया जाता है।

एयर फोर्स वन की तर्ज पर ये विमान लार्ज एयरक्राफ्ट इन्फ्ररेड काउन्टर्मेशर से लैस होंगे। जिस पर कोई हमला नहीं कर सकेगा। इन दो विमानों को बनाने में करीब 13 सौ करोड़ रुपए का खर्च आएगा। भारत के नाम पर इन दोनों विमानों को इडियन एयर फोर्स वन' का नाम दिया जा सकता है।  इन दो विमानों को भारत के अनुरोध पर अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने विदेशी मिलिटरी सेल को मंजूरी दे दी है।

असल में पिछले कुछ सालों से भारत और अमेरिका का बीच हुए मजबूत रिश्तों का असर है कि अमेरिकी सरकार ने इन दो विमानों को बनाने का फैसला किया है। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंध भी मजबूत होंगे। जानकारी के मुताबिक ये दो विमान भारत को एक साल पहले ही मिल चुके हैं।

लेकिन इन्हें अपग्रेड किया जा रहा है और ये दोनों विमान अमेरिका की बोइंग डिफेंस कंपनी के पास हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इसी साल के अंत तक ये दोनों भारत आ जाएंगे। इन दो विमानों के आ जाने के बाद राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के 26 साल पुराने बोइंग 747 जंबो जेट का इस्तेमाल बंद हो जाएगा।