नई दिल्ली। आखिरकार भारत का चीन पर दबाव काम आया है। वहीं भारत और चीन के बीच चल रहे तनाव के बीच भारत के दबाव के चलते चीन ने अपनी सैनिकों को करीब 1.5 किलोमीटर पीछे किया है। वहीं पाइंट 14 पर चीन सैनिक अपने टेंट को हटा रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक भारत के सामने झुकते हुए चीन ने गलवान घाटी में अपने सैनिकों को 1.5 किलोमीटर पीछे हटा लिया है। अभी तक कि हुई बैठकों में भारत ने साफ कहा था कि दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने का जिम्मा चीन का है और उसे मई की स्थिति को सीमा पर बरकरार कर भारत का विश्वास जीतना होगा।

वहीं माना जा रहा है कि दुनिया के सभी देशों द्वारा चीन के खिलाफ नकारात्मक रूख दिखाने के बाद चीन पर भारत का दबाव काम आया है। वहीं भारत द्वारा आर्थिक प्रतिबंध लगाने के बाद चीन डर गया है। लिहाजा इसी के चलते चीन ने ये फैसला किया है।

हालांकि चीन की बातों पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। लिहाजा सेना ने कहा है कि पिछले हटने के 72 घंटे तक चीनी फैसले पर नजर रखी जाएगी और फिर आगे की बातचीत की जाएगी। फिलहाल साफ है कि पीएम मोदी का लद्दाख जाना और चीन के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंधों को लगाने के कारण चीन मुश्किल में है। क्योंकि इससे उसे काफी नुकसान हो रहा है और वहीं पीएम मोदी ने लद्दाख जाकर चीन को कड़ा संदेश दिया है।

 गौरतलब है कि लद्दाख में तनाव न घटता देख पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को मोर्चे पर लगा दिया था और अब इसके नतीजे सामने दिख रहे हैं। पिछले महीने 15 तारीख को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी और इसमें भारत के 20 बहादुर जवान शहीद हो गए थे जबकि गैर आधिकारिक तौर पर चीन के 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए थे।

 हालांकि अभी चीन ने इस बात को स्वीकार नहीं किया है। लेकिन भारत में चीन के राजदूत और चीनी सरकार के मुखपत्र माने जाने वाले ग्लोबल टाइम्स ने माना था कि चीन के सैनिकों को भारतीय सैनिकों ने मारा है।  मीडिया में आ रही जानकारी के मुताबिक चीनी सैनिकों ने अपने कैंप को हटाना शुरू किया है और वह 1.5 किलोमीटर पीछे चले गए हैं। हालांकि सेना की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।