नई दिल्ली।

भारत की सख्ती और पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक के बाद पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में महंगाई दर अपने चार साल के उच्च स्तर पर पहुंच गयी है। ऐसा माना जा रहा है कि कंगाली के स्तर पर पहुंच गए पाकिस्तान में आने वाले समय में मंहगाई और ज्यादा बढ़ सकती है। क्योंकि भारत पाकिस्तान को साउथ एशियन फ्री ट्रेड एरिया से बाहर करने की कोशिश कर रहा है।

पुलवामा अटैक के बाद और फिर भारतीय वायुसेना दवारा एयर स्ट्राइक करने के बाद पाकिस्तान को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। पाकिस्तान की जनता में सरकार के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है। क्योंकि देश में मंहगाई तेजी से बढ़ रही है। फिलहाल पाकिस्तान में महंगाई 4 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। वर्तमान में पाकिस्तान की महंगाई दर बढ़कर 8.2 फीसदी हो गई। उधर पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने यानी फरवरी में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के मुताबिक महंगाई दर 7.19 फीसदी थी।

पीबीएस के मुताबिक, फरवरी में टमाटर, अदकर, शुगर, चाय, मटन, गुड़, घी, मछली, मूंग दाल, अंडा, कुकिंग ऑयल, चावल, दाल, दूध और गेहूं के दामों में कई गुना वृद्धि हुई है। मंहगाई का आलम इसी बात से समझा जा सकता है कि पाकिस्तान में टमाटर के दाम 300 प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गए हैं। वहीं पाकिस्तान में मंहगाई का असर वहां की मौद्रिक नीति पर भी पड़ रहा है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने रुपए की गिरती कीमत और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए कई बदलाव किए है।

भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन दर्जा छिन लिया है। जिसके कारण  सामानों पर बेसिक कस्टम ड्यूटी 200 फीसदी तक बढ़ गयी है। इसके कारण पाकिस्तान को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं आने वाले दिनों में पाकिस्तान की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ सकती हैं क्योंक भारत नई रणनीति के तहत पाकिस्‍तान को साउथ एशियन फ्री ट्रेड एरिया (साफ्टा) से भी बाहर करने पर विचार कर रहा है। भारत और पाकिस्तान के तनाव के कारण पाकिस्तान में सोने के भाव 70 हजार प्रति 11 ग्राम तक पहुंच गए हैं। वहीं पाकिस्तानी रुपये की कीमत में डालर के मुकाबले गिरावट आ रही है। जिसके कारण पाकिस्तान को तेल खरीदने के लिए मुश्किलें हो रही हैं।