बेंगलुरु। कर्नाटक में एक आईपीएस अफसर अपनी आईपीएस पूर्व पत्नी के घर के बाहर धरने पर बैठा है। आईपीएस अफसर का आरोप है कि पूर्व पत्नी बच्चों से नहीं मिलने देती है। जिसके बाद वह धरने पर बैठने के लिए मजबूर हुआ है। फिलहाल ये मामला आईपीएस अफसर और जनता के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि आईपीएस अफसर को उनके दोस्तों ने समझाने की कोशिश की है। लेकिन उनका साफ कहना है कि बगैर बच्चों से मिलने वह वहां  से नहीं जाएंगे।

आईपीएस अफसर का कहना है कि जब तक उसकी पत्नी बच्चों से नहीं मिलने देती है तो वह यहीं पर धरना देगा। आईपीएस अफसर अरून रंगराजन अपनी पूर्व पत्नी के वसंत नगर निवास के बाहर भी बच्चों से न मिलने के विरोध में धरना दे रहे हैं। उनका आरोप है कि पूर्व पत्नी उन्हें अपने बच्चों से मिलने की अनुमति नहीं दे रही है। रंगराजन वर्तमान में कालाबुरागी पुलिस के आंतरिक सुरक्षा प्रभाग में पुलिस अधीक्षक हैं। फिलहाल आईपीएस का मामला होने के कारण पुलिस भी शांत है। क्योंकि दोनों अफसर आईपीएस हैं।

रंगराजन रविवार शाम से ही अपनी पूर्व पत्नी के घर के बाहर फुटपाथ पर बैठे थे। उनका आरोप है कि पिता होने के नाते उनकी पूर्व पत्नी बच्चों को उनसे अलग रखती है और वह बच्चों से मिलना चाहते हैं तो पत्नी उन्हें नहीं मिलने देती है। आईपीएस अरुण रंगराजन ने मींडिया को बताया कि दोनों ने कुछ साल पहले शादी की थी और जब छत्तीसगढ़ में तैनात थे तब उनका एक बच्चा था। उन्होंने कहा कि उनकी पूर्व पत्नी कर्नाटक में शिफ्ट होना चाहती थी, जिसके कारण दोनों के बीच गलतफहमी हो गई, जिसके कारण महिला अधिकारी ने तलाक के लिए आवेदन किया।

हालाँकि, तलाक की कार्यवाही के दौरान, दोनों एक साथ रहने लगे और उसके बाद उनकी दूसरी संतान हुई। इसके बाद एक बार फिर दोनों के बीच रिश्ता बिगड़ गया और दोनों फिर अलग हो गए। उनका कहना है कि उन्हें अपने बच्चों से मिलने की अनुमति नहीं है। हालांकि उन्हें  समझाने के लिए उनके कई रिश्तेदार और दोस्तों ने कोशिश की। लेकिन रंगराजन का कहना  है बगैर बच्चों से मिले वह नहीं जाएंगे।