नई दिल्ली। ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी एयरबेस पर हमला किया है। ईरान ने इराक के अल-असद में अमेरिकी एयरबेस पर कई रॉकेट दागे। हालांकि अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि इसमें कितना नुकसान हुआ है। लेकिन अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध की आशंका को देखते हुए कच्चे तेल की कीमत में 3.5 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है।

ईरान ने पहली बार अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला किया है। मंगलवार को ही अमेरिकी हमले में मारे गए ईरान सैन्य कमांडर कामिस सुलेमानी के जनाने के बाद ईरान ने अमेरिका पर हमले की धमकी दी थी। हालाकिं पिछले हफ्ते ही अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया था। लेकिन तब ये कहा गया था कि ये हमले ईरान समर्थित हिजबुल्ला आतंकी संगठन ने किए है। लेकिन आज ईरान ने खुलेतौर से अमेरिका पर हमला कर जता दिया है कि अब वह पीछे नहीं हटने वाला है।

इराक में अमेरिका के हजारों सैनिक हैं। ईरान के अमेरिका हमले के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका बढ़ गई है। एक तरफ अमेरिका ईरान को धमकी दे रहा तो दूसरी तरफ ईरान ने अमेरिका को युद्ध थोपने के बाद के अंजाम भुगतने की धमकी दी है। उधर ईरान के हमले के बाद कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आना शुरू हो गया है। ईरान द्वारा अमेरिकी एयरबेस पर हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमत में 3.5 फीसदी से ज्यादा बढ़ गई है और अगर ऐसा ही हाल रहा तो आने वाले दिनों में तेल की कीमतों में और ज्यादा इजाफा हो सकता है।

अमेरिका ने माना कि ईरान ने इराक में अमेरिकी सेना और गठबंधन बलों पर एक दर्जन से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। ईरान ने दो इराकी सैन्य बेसों अल-असद और इरबिल को निशाना बनाया जहां अमेरिकी सेना और गठबंधन सेना ठहरी है। उधर ईरानी सेना के कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराने के बाद अमेरिका ने उसे राक्षस करार दिया है। जबकि ईरान ने अमेरिकी सेना का आतंकी घोषित कर दिया है।