एक दिन पहले ही अमेरिका ने ईरान के ड्रोन को मार गिराया था। इसके बाद माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच युद्ध के आसार प्रबल होने लगे हैं। लेकिन कल ही खाड़ी में जारी तनाव में और ज्यादा इजाफा हो गया जब ईरान ने समुद्री सीमा का उल्लंघन करने के आरोप में ब्रिटेन के दो तेल टैंकरों को जब्त कर लिया है।
ईरान और अमेरिका के बीच युद्ध के आसार बढ़ने लगे हैं। ईरान भी अपने अड़ियल रूख से इस आग में घी डालने का काम कर रहा है। अमेरिका द्वारा ईरान को ड्रोन को मार गिराने के बाद ईरान ने ब्रिटिश सरकार के दो तेल टैंकरों को जब्त किया है। जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गए हैं।
एक दिन पहले ही अमेरिका ने ईरान के ड्रोन को मार गिराया था। इसके बाद माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच युद्ध के आसार प्रबल होने लगे हैं। लेकिन कल ही खाड़ी में जारी तनाव में और ज्यादा इजाफा हो गया जब ईरान ने समुद्री सीमा का उल्लंघन करने के आरोप में ब्रिटेन के दो तेल टैंकरों को जब्त कर लिया है।
हालांकि ब्रिटेन ने भी माना कि ईरान की उनसे दो तेल टैंकरों को जब्त कर लिया है और उसे छुड़ाने के लिए प्रयास तेज किए जा रहे हैं। असल में ईरान की ये कार्यवाही बदले की मानी जा रही है। क्योंकि कुछ दिन पहले ही ब्रिटेन ने ईरान के एक टैंकर को सीरिया में जब्त किया था।
ब्रिटेन को अमेरिका का दोस्त माना जाता है और युद्ध की स्थिति में ब्रिटेन अमेरिका का ही साथ देगा। बहरहाल अमेरिका और ईरान के बीच रोज बढ़ रहे तनाव के बीच ईरान और ब्रिटेन के बीच तनाव देखने को मिल रहा है।
हालांकि ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने शुक्रवार को घोषणा की कि उन्होंने 'अंतरराष्ट्रीय समुद्री नियमों' को तोड़ने के लिए होर्मुज़ के स्ट्रेट में एक ब्रिटिश टैंकर को जब्त कर लिया है। ईरान का कहना है कि समुद्री संगठन के अनुरोध पर रिवोल्यूशनरी गार्ड्स द्वारा इसे जब्त किया गया क्योंकि ये अंतरराष्ट्रीय समुद्री नियमों का पालन नहीं कर रहा था।
कुछ दिन पहले ब्रिटिश नौसेना और जिब्राल्टर ने सीरिया जा रहे एक बड़े तेल टैंकर को पकड़ा था। इसे टैंकर को यूरोपीय यूनियन के प्रतिबंधों को न मानने के आरोप में पकड़ा गया था। क्योंकि यूरोपियन यूनियन ने 2011 से ही सीरिया पर पाबंदी लगा रखा है।
Last Updated Jul 20, 2019, 9:53 AM IST