कांग्रेस में नए अध्यक्ष को लेकर उठापटक चल रही है। मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा तो दे दिया है, लेकिन अभी पार्टी ने उसको मंजूर नहीं किया है। लेकिन अब कई तकनीकी सवाल कांग्रेस के भीतर उभर रहे हैं। उसके मुताबिक राहुल गांधी के इस्तीफे के साथ ही कांग्रेस पार्टी के संगठन का ढांचा पूरी तरह से भंग हो जाएगा।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संविधान के अनुसार कांग्रेस कार्यसमिति जैसे ही राहुल गांधी का इस्तीफ़ा मंजूर करेगी। उसके संगठन की कार्यसमिति समेत पार्टी के सभी पदाधिकारियों के पद भंग हो जाएंगे। क्योंकि समिति ने राहुल गांधी को फैसले के लिए अधिकृत किया था।

लिहाजा राहुल गांधी के पद से हटते ही पार्टी में उनके करीबी राष्ट्रीय महासचिव, सचिव समेत सभी पदाधिकारी अपने पदों से मुक्त हो जाएंगे। इसके बाद जिस भी व्यक्ति को नया अध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा वह फिर से सांगठनिक ढांचे में नए लोगों को नियुक्त करेगा।
जाहिर है जो पार्टी में राहुल के करीबी माने जाते हैं, उनके हाथ से पद निकल जाएगा और नया अध्यक्ष अपनी टीम में उन्हें स्थान देता है या फिर नहीं। वह नए अध्यक्ष पर निर्भर करेगा। असल में राहुल गांधी अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं, लेकिन कांग्रेस कार्यसमिति ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है।

फिलहाल पार्टी में नए अध्यक्ष को लेकर कई नामों की चर्चा चल रही है। इसमें राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, महाराष्ट्र के दिग्गज नेता सुशील कुमार शिंदे और मोतीलाल वोरा का नाम चल रहा है। लेकिन इतना तय है कि नया अध्यक्ष गांधी परिवार से नहीं होगा। क्योंकि राहुल गांधी ये पहले ही कह चुके हैं कि नया अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का होना चाहिए।

लिहाजा इस मामले में प्रियंका की दावेदारी खत्म हो गयी है। हालांकि प्रियंका के समर्थक उन्हें नया अध्यक्ष बनाने की बात कह रहे हैं। ऐसा माना जा रहा कि कांग्रेस इस संकट से निपटने के लिए अगले हफ्ते कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक को बुला सकती है। जिसमें नए अध्यक्ष के नाम पर मोहर रहेगी।

लेकिन इस अहम बैठक में राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी हिस्सा नहीं लेंगे। क्योंकि राहुल और सोनिया गांधी विदेश दौरे पर जा रहे हैं और उन्होंने उनकी गैर मौजूदगी में नए अध्यक्ष का चुनाव करने को कहा है। ताकि बीजेपी गांधी परिवार पर किसी भी तरह का आरोप न लगा सके।