नई दिल्ली। राज्य में कांग्रेस सरकार पर सियासी संकट छाए हुए हैं। राज्य में अशोक गहलोत सरकार से कांग्रेस के बागी सचिन पायलट समेत 18 विधायकों ने समर्थन वापस लिया हुआ है। वहीं राज्य के सीएम अशोक गहलोत किसी भी हाल में राज्य में सचिन पायलट को राजनीति से बाहर करने के रणनीति के तहत काम कर रहे हैं। वहीं आज राज्य में जिला मुख्यालयों पर भाजपा के खिलाफ किए जा रहे विरोध प्रदर्शन में गहलोत के बेटे वैभव गहलोत अग्रिम पंक्ति में दिखे। जिसके बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्य में युवा नेता के तौर पर वैभव गहलोत के लिए उनके पिता सियासी पिच तैयार कर रहे हैं।

असल में वैभव गहलोत राज्य की राजनीति में काफी दिनों से सक्रिय हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह चर्चा में हैं। क्योंकि पिछले दिनों उनके बिजनेस पार्टनर पर आयकर विभाग ने छापेमारी की। वहीं आज राज्य में हुए भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में वैभव गहलोत काफी सक्रिय दिखे। राज्य में सीएम गहलोत किसी भी हाल में सचिन पायलट को राजनीति नहीं करने देना चाहते हैं। जबकि पायलट की विदाई के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत की सक्रियता को देखते हुए राज्य में कई तरह के सिसासी मायने निकाले जा रहे हैं। वैभव गहलोत आज जयपुर में भाजपा के खिलाफ हो रहे कांग्रेस के विरोध-प्रदर्शन कार्यक्रम में पहुंचे।

इसके मानये साफ हैं। वैभव गहलोत ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार लोकतंत्र द्वारा चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश कर रही है और ये लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या है। हालांकि कांग्रेस के संगठन में वैभव गहलोत कांग्रेस के महासचिव हैं और लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वहीं वैभव गहलोत राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं। जब वैभव गहलोत राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे थे, उस वक्त भी सचिन पायलट परोक्ष तौर पर इस पर जताई थी। क्योंकि पायलट का कहना है कि सियासत का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।