चुनाव आयोग ने सोमवार को ही दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए तारीख का ऐलान किया है। हालांकि अभी पार्टी ने ये तय नहीं किया है कि वह दिल्ली की कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। लेकिन वह पूर्वांचल के मतदाताओं को देखकर सीटों पर फैसला कर सकती है। फिलहाल जदयू की दिल्ली प्रदेश इकाई चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुटी है।
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। अभी तक दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने किसी भी दल के साथ गठजोड़ नहीं किया है। वहीं भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव लिए हरियाणा की जनता जननायक पार्टी के साथ चुनावी समझौता है। वहीं एनडीए के सहयोगी जनता दल यूनाइटेड ने एक बार फिर भाजपा को झटका दिया है। जदयू ने दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। झारखंड चुनाव में भी जदयू ने अकेले चुनाव लड़ा था।
फिलहाल जनता यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने दिल्ली विधानसभा का चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। हालांकि इस साल बिहार में होने वाले चुनाव में भाजपा और जदयू मिलकर चुनाव लड़ेंगे। लेकिन इससे पहले नीतीश कुमार दिल्ली में भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे। झारखंड विधानसभा चुनाव में जदयू को एक भी सीट नहीं मिली। लेकिन अगर भाजपा गठबंधन में चुनाव लड़ती तो आज वहां पर स्थिति दूसरी होती। क्योंकि भाजपा के वोट प्रतिशत में ज्यादा कमी नहीं आई।
फिलहाल नीतीश कुमार ने दिल्ली विधानसभा चुनाव अपने बलबूते लड़ने का फैसला किया है। जदयू बिहार में सत्ताधारी है और दिल्ली में बिहार के लोग कई सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं। हालांकि जदयू किसी भी सीट को जीतने की स्थिति में नहीं रही तो वह किसी को हराने में बड़ी भूमिका निभा सकती है। गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने सोमवार को ही दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए तारीख का ऐलान किया है।
हालांकि अभी पार्टी ने ये तय नहीं किया है कि वह दिल्ली की कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। लेकिन वह पूर्वांचल के मतदाताओं को देखकर सीटों पर फैसला कर सकती है। फिलहाल जदयू की दिल्ली प्रदेश इकाई चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुटी है।
Last Updated Jan 7, 2020, 7:21 AM IST