भारतीय जनता पार्टी ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। जिसे संकल्प पत्र का नाम दिया गया है। इसके लोकार्पण के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान एक बेहद दिलचस्प बात कही। उन्होंने अब से 28 साल बाद यानी साल 2047 का विजन दिया है। लेकिन इस मुद्दे पर एक नई तरह की बहस शुरु हो सकती है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि बीजेपी उनकी अनुपस्थिति में भी सत्ता में बनी रहे।
शायद यही वजह है कि उन्होंने आज से 28(अट्ठाइस) साल बाद यानी साल 2047 का दृष्टिकोण देश को दिया। प्रधानमंत्री का पूरा बयान कुछ इस प्रकार है।
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पीएम मोदी के जनता से उन्हें फिर से चुनने की अपील करते हुए वादा किया कि वह अपने अगले पांच साल के कार्यकाल यानी 2019 से 2014 के बीच ऐसी बुनियाद रखेंगे जिससे साल 2047 में देश विकासशील से विकसित देशों की श्रेणी में पहुंच जाए।
खास बात यह है कि साल 2047 में ही देश की आजादी के 100 साल पूरे हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के नौजवान ही भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के कारक होंगे। युवा लोग ही साल 2047 में देश को विकास के नए शिखर पर ले जाएंगे।
प्रधानमंत्री के मुताबिक वह अगले पांच सालों में देश के आर्थिक विकास की ऐसी नींव रखेंगे, जिसके आधार पर 2047 में तय किया गया लक्ष्य हासिल किया जाएगा।
प्रधानमंत्री की जन्म तिथि 17 सितंबर 1950 है। जिसके हिसाब से देखा जाए तो उनकी उम्र फिलहाल 68.5 साल है। वह साल 1947 में आजादी मिलने के तीन साल बाद पैदा हुए थे।
यानी प्रधानमंत्री साल 2047 में जब आजादी के 100 साल पूरे होंगे तब 97(सत्तानबे) साल के रहेंगे। इतनी ज्यादा उम्र तक शायद वह सक्रिय राजनीति में नहीं रह पाएं। लेकिन उन्होंने अपनी जबरदस्त कार्यक्षमता से अगले तीन दशकों की नींव रख दी है।
जाहिर सी बात है कि प्रधानमंत्री के कार्यों का फायदा बीजेपी ही उठाएगी।
यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक निस्वार्थ चेहरे को दिखाता है। साथ ही यह बीजेपी के उस स्टैण्ड को भी दर्शाता है जिसमें कहा गया है ‘पहले देश, फिर पार्टी और आखिर में स्वयं’।
हाल ही में बीजेपी दिग्गज लाल कृष्ण आडवाणी ने भी अपने ब्लॉग में इस आदर्श का जिक्र विशेष रुप से किया था। जिसे पीएम मोदी ने ट्विट करके ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया था और उनसे इसे पढ़ने की अपील भी की थी।
Last Updated Apr 8, 2019, 5:27 PM IST