मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना की अगुवाई में एनसीपी और कांग्रेस की सरकार बने अभी कुछ ही दिन हुए हैं और मंत्रियों को विभागों का बटंवारा तक नहीं हो पाया है। लेकिन कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम अशोख चव्हाण का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में फैसले लेने में कांग्रेस की भी सुनी जानी चाहिए। जिसका अपने मायने हैं और इसके राजनैतिक अर्थ निकाले जाने लगे हैं।

कांग्रेस महाराष्ट्र की  गठबंधन की सरकार में सहयोगी है। लेकिन कांग्रेस की तुलना में एनसीपी किंग मेकर बनी है। जबकि सरकार बनने से पहले सत्ता का केन्द्र दस जनपथ बन गया था। लेकिन राजनैतिक ड्रामे के बाद एनसीपी राज्य में सत्ता का केन्द्र है। शिवसेना भी एनसीपी और शरद पवार  को तवज्जो दे रही है। इसका अहसास हो रहा है। लिहाजा चव्हाण का ये बयान आया है। एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा राज्य में तीन दलो सरकार चला रहे हैं और जो भी फैसले लिए जा रहे हैं इसके लिए कांग्रेस को भी भरोसे में लेना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सलाह-मशविरा चल रहा है और आवंटन बांटने में कोई विवाद या देरी नहीं हो रही है। कांग्रेस राज्य में बनी गठबंधन सरकार का हिस्सा है। राज्य में तीन दलों ने महा विकास आघाड़ी गठबंधन बनाया है। पूर्व सीएम ने कहा कि राज्य में सरकार न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनी है। हालांकि उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार में हिस्सा होंगे। तो उन्होंने साफ किया कि इसका फैसला कांग्रेस आलाकमान को करना है।

गौरतलब है कि राज्य में सीएम और मंत्रियों के शपथ लेने के बाद भी अभी तक मंत्रियों के बीच के विभागों का बंटवारा नहीं हो सका है। वहीं मंत्रिमंडल का विस्तार शीतकालीन सत्र के बाद होने की संभावना है। विभागों और कैबिनेट विस्तार को लेकर राज्य की सीएम एनसीपी प्रमुख के साथ मुलाकात कर चुके है।