ऐसी खबरें आ रही हैं कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान को एक बार फिर से सबक सिखाया है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि सेना ने पाकिस्तान द्वारा हड़पे गए कश्मीर के हिस्से में 30 किलोमीटर अंदर तक घुसकर कार्रवाई की है। शायद यही वजह है कि पाकिस्तान के सैन्य हलकों में बवाल मचा हुआ है।
नई दिल्ली: सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि भारतीय सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर में 30 किलोमीटर अंदर तक घुसकर कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में आतंकियों के कुछ बड़े ठिकाने नष्ट किए गए हैं।
क्या मसूद अजहर के भाई पर था भारत का निशाना?
अभी हाल ही में खबर आई थी कि गुलाम कश्मीर में मसूद अजहर का भाई इब्राहिम अजहर 15 उच्च श्रेणी के प्रशिक्षित आतंकवादियों के साथ दिखाई दिया था। पाकिस्तान की फौज ने इन सभी को अपना सुरक्षा कवर दे रखा था। खबरों के मुताबिक इब्राहिम अजहर अपने 15 आतंकी गुर्गों के साथ मरकज, सनान बिन सलमा, तरनब फार्म, पेशावर और खैबर पख्तूनख्वा के अलग अलग आतंकी कैंपों में देखा गया है।
कयास लगाया जा रहा है कि भारतीय सेना की कार्रवाई इसी सूचना के आधार पर की गई है। अभी इस बारे में विस्तार से जानकारी आनी बाकी है। लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि भारतीय सेना की कार्रवाई में कई आतंकवादी कैंप तबाह हो गए हैं।
अमरनाथ यात्रा मार्ग पर बारुदी सुरंगें मिलने से नाराज था भारत
हाल ही में सेना को अमरनाथ यात्रियों के रास्ते में बिछी हुई कई बारुदी सुरंगे मिली थीं। ये सुरंगें आतंकवादियों ने लगाई थीं। इन सुरंगों के निशाने पर मासूम अमरनाथ यात्री और उनके साथ चलने वाले सुरक्षा बल थे। खास बात यह थी कि यह सभी बारुदी सुरंगें पाकिस्तान में बनी हुई थीं। जिसके बाद भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने पाकिस्तान के चेतावनी देते हुए कहा था कि अमरनाथ यात्रियों के रास्ते से पाकिस्तान निर्मित बारूदी सुरंग बरामद की गई है। इससे स्पष्ट होता है कि पाकिस्तानी आर्मी अभी भी आतंकियों का साथ दे रही है, हम इस बात को अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इसके अलावा भारतीय सेना को अमरनाथ यात्रियों के रास्ते पर से ही अमेरिकी स्नाईपर रायफल भी मिली है।
पाकिस्तान के आतंवादियों से लगातार बढ़ते सहयोग को देखते हुए ही शायद भारतीय सेना ने फिर से उसके घर में घुसकर आतंकवादियों को सबक सिखाया है।
भारतीय कार्रवाई से अंधेरे में डूब सकता है पाकिस्तान
अंतराष्ट्रीय मीडिया संस्थान सीएनएन से मिली जानकारी के मुताबिक आतंकी ठिकानों के खिलाफ की गई भारत की कार्रवाई से गुलाम कश्मीर में नीलम झेलम हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट को भी नुकसान पहुंचा है। यह हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट पाकिस्तान के लिए बेहद अहम है। इस नीलम झेलम पावर प्लांट से लगभग 400-500 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है। यह वही पावर प्लांट है, जिससे पाकिस्तान के पंजाब और उसके आस पास के अहम हिस्सों को बिजली की सप्लाई की जाती है।
भारत की कार्रवाई से अगर नीलम झेलम हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट को ज्यादा नुकसान पहुंचा तो पाकिस्तान का बड़ा हिस्सा अंधेरे में जा सकता है।
पाकिस्तान में मची हुई है हाय तौबा
गुलाम कश्मीर में भारत की कार्रवाई की पुष्टि इस बात से भी होती है कि पाकिस्तान की फौज ने बकायदा आधिकारिक रुप से ट्विट करके भारतीय सेना पर आरोप लगाया है कि उसनेने पीओके में घुसकर क्लस्टर बमों का उपयोग करके यूएन के नियमों को तोड़ा है।
Use of cluster bombs by Indian Army violating international conventions is condemnable. No weapon can suppress determination of Kashmiris to get their right of self determination. Kashmir runs in blood of every Pakistani. Indigenous freedom struggle of Kashmiris shall succeed,IA.
— DG ISPR (@OfficialDGISPR) August 3, 2019
पाकिस्तानी सेना के इस बयान के बाद वहां के राजनेता भी भारत के खिलाफ जहर उगलने में जुट गए हैं। प्रमुख विपक्षी पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के बिलावल भुट्टो ने भी कथित रुप से भारत की कार्रवाई पर विरोध जताया है।
Use of cluster bombs by Indian Army in Kashmir is outrageous. India continues to flout international conventions in its bloody attempt to stifle aspirations of the people of Kashmir. The world continues to ignore human rights catastrophe. This must change if we are to have peace.
— BilawalBhuttoZardari (@BBhuttoZardari) August 3, 2019
पाकिस्तान के राजनेता शाह महमूद कुरैशी ने बाकी नेताओं के सुर में सुर मिलाया है।
Strongly condemn the blatant use of cluster ammunition by Indian Security Forces targeting innocent civilians along the Line Of Control. This is clear violation of the Geneva Convention & International Laws. pic.twitter.com/yrBLRCWWg1
— Shah Mahmood Qureshi (@SMQureshiPTI) August 3, 2019
पाकिस्तान के यह सभी राजनेता आतंकी कैंपों के खिलाफ हुई इस कार्रवाई को जनता के खिलाफ कार्रवाई करार देने की कोशिश कर रहे हैं। जिससे कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भारत के खिलाफ भड़काया जा सके। पाकिस्तान पहले ही कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों की बड़ी तैनाती से घबराया हुआ है।
Last Updated Aug 4, 2019, 6:47 AM IST