नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा पर उपजे विवाद को लेकर अभी तक कोई नतीजा सामने नहीं आया है। दोनों देशों के सैन्य अफसरों के बीच बातचीत हो चुकी है और भारत ने साफ कर दिया है कि वह किसी के दबाव में नहीं छूकेगा। वहीं चीन लगातार साजिश कर रहा है एक तरफ वह बातचीत कर रहा है और दूसरी तरफ अपने सरकारी मीडिया के जरिए भारत के खिलाफ उगल रहा है। लिहाजा माना जा रहा कि चीन पर विवाद पैदा करने के पीछे चीन की मंशा कुछ और ही है। असर में चीनी मीडिया में भारत में चीनी सामानों के बहिष्कार पर आग उगली है। चीन का कहना है कि भारत में चीनी उत्पादों का विरोध किया जा रहा है।

असल में चीन के प्रॉपगैंडा न्यूज पोर्टल ग्लोबल टाइम्स भारत पर निशाना साधा है।  टाइम्स ने लिखा है कि भारत में कुछ राष्ट्रवादी चीन के उत्पादों का बहिष्कार कर रहे हैं और इससे भारत में एंटी चीन की भावना पैदा हो रही है। असल में सीमा पर हुए विवाद के बाद देश में चीनी उत्पादों  का बहिष्कार शुरू हो गया है और सरकार भी स्वदेशी अपनाने की नीति पर काम कर रही है। जिसके कारण चीन को बड़ा झटका लगा है।  भारत में बाजार चीनी उत्पादों से पटा हुआ है। लेकिन अब व्यापरियों ने भी चीनी उत्पादों के आर्डर देने कम कर दिए हैं।

जिसके कारण चीन को आर्थिक नुकसान हो रहा है। भारत चीन के लिए एक बड़ा  बाजार है और हर साल भारत ज्यादातर उत्पाद चीन से ही आयात करता है।  लेकिन पिछले कुछ दिनों से देश में चीन उत्पादों  को लेकर नई भावनाएं पैदा हुई हैं। वहीं भारत सरकार भी आत्मनिर्भर भारत की रणनीति पर चल रही हैं। ग्लोबल टाइम्स ने लिखाा है कि चीन के खिलाफ आम भारतीयों को भड़काया जा रहा है और चीनी उत्पादों के बहिष्कार की अपील की जा रही है।  जो फेल हो जाएगी। क्योंकि चीनी उत्पाद भारतीयों की जिंदगी का हिस्सा हैं। पिछले दिनों ही सोनम वांगचुक ने आम भारतीयों से चीनी सामानों के बहिष्कार की मांग की थी।

हालांकि उससे पहले फिल्म कलाकार मिलिंद सोमन ने भी  कहा था कि उन्होंने अपने मोबाइल से टिकटाक को हटा दिया है। जिसके बाद लाखों की संख्या टिकटाक हो अपने मोबाइल से हटा दिया था और इसके बदले मित्रों एप को डाउनलोड किया था। जिसके  बाद चीन बौखला गया  है। सोनम वांगचुक ने यूट्यूब पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा था कि चीन को आईना दिखाने की जरूरत है। वहीं गूगल प्ले स्टोर पर रिमूव चाइना ऐप्स भी लांच  हुआ था और इसे 50 लाख से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड्स किया था।  हालांकि बाद में इस एप को गूगल प्ले स्टोर ने हटा दिया था।