नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दिनदहाड़े हुई हिंदू नेता कमलेश तिवारी की हत्या में मुस्लिम आतंकी संगठन आईएसआईएस की भूमिका सामने आ रही है। माना जा रहा है कि कमलेश तिवारी के साथ ही कई हिंदू नेता भी आईएसआईएस के निशाने पर हैं। हत्यारों ने भगवा कपड़े पहनकर इस मामले को दूसरा रूप देने की कोशिश की। हालांकि गुजरात एटीएस इस मामले में एक साल पहले ही केन्द्रीय एजेंसियों को आईएसआईएस के मंसूबों की जानकारी दे चुकी थी।

राजधानी लखनऊ में बेखौफ बदमाशों ने हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की गला रेत कर हत्या कर दी। ये हत्या वैसे ही की गई जैसे मुस्लिम आतंकी संगठन आईएसआईएस करता आया है। अब इस मामले में नया खुलासा हो रहा है कि इस में आईएसआईएस के आतंकी शामिल हैं। क्योंकि आईएसआईएस ने कई हिंदू नेताओं की हत्या करने की योजना बनाई है। हालांकि कमलेश तिवारी पहले से ही मुस्लिम आतंकी संगठनों के निशाने पर थे।

जानकारी के मुताबिक गुजरात एटीएस ने 2017 में आईएसआई के उबैद मिर्जा और कासिम को गिरफ्तार किया था। जब एटीएस ने इन दोनों से पूछताछ की तो उन्होंने हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी का नाम लिया था। जब एटीएस की इन आतंकियों के मंसूबों की जानकारी हुई तो उन्होंने केन्द्रीय जांच एजेंसियों को इसकी जानकारी दी। हालांकि इसके बावजूद कमलेश तिवारी को समूचित सुरक्षा व्यवस्था नहीं दी गई थी। एटीएस के मुताबिक उबैद मिर्जा और कासिम को उनके आकाओं ने वीडियो दिखाकर कमलेश तिवारी को मारने का आदेश दिया था।

गुजरात एटीएस के पास कमलेश तिवारी से संबंधित आतंकियों की चैटिंग और सबूत भी मौजूद हैं। गौरतलब है कि आज भगवा कपड़े पहने हमलावर मिठाई के डिब्बे में चाकू, पिस्तौल लेकर लखनऊ के खुर्शीद बाग इलाके में स्थित कमलेश तिवारी के दफ्तर में आए थे। जहां उन्होंने कमलेश तिवारी की  हत्या कर दी। जबकि उस वक्त कमलेश तिवारी को सुरक्षा में मिला पुलिस कर्मी सो रहा था और दो पुलिसकर्मी दो दिन से नहीं आ रहे थे।