खूंखार आतंकवादी जाकिर मूसा को मार गिराने के बाद भी सुरक्षा एजेंसियां कश्मीर घाटी में उसकी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है। एजेंसियों के मुताबिक मूसा ऐसा आतंकी था जिसने लंबे समय तक आतंक की दुनिया में गतिविधियां चालाई और उसके नाम और वीडियो का सहारा लेकर आतंकी संगठन कश्मीर घाटी में युवाओं को आतंकवाद की चपेट में लेने का काम कर रहे हैं।

लोकसभा चुनावों की वोटिंग के दिन सुरक्षाबलों के एन्काउंटर में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के पूर्व कमांडर और अब जम्मू-कश्मीर आईएस के कमांडर आतंकी जाकिर मूसा को 11 घंटे तक चले ऑपरेशन में मारा गिराया था। शनिवार को घाटी में उसकी अंतिम यात्रा निकाली गई और उसे हीरो और शहीद का दर्जा देने की कवायद आतंकी संगठन कर रहे हैं। 
मूसा की अंतिम यात्रा के दौरान उमड़ी भीड़ और एन्काउंटर के बाद से जारी कर्फ्यू से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कश्मीर घाटी में वह कितना चर्चित हो चुका है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि उसे शहीद बताकर आतंकी संगठन कश्मीरी युवाओं का रेक्रूटमेंट करने की कोशिश में हैं।

वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक मूसा का संदेश और वीडियो का सर्कुलेशन बढ़ गया है और इसके जरिए युवाओं को आतंकवाद की तरफ लुभाने की कोशिश की जा रही है। मूसा की शवयात्रा की तस्वीरें इंटरनेट और मोबाइल पर वायरल हो रही हैं हालांकि बीते चार दिनों से कश्मीर घाटी में इंटरनेट की सुविधा को बंद रखा गया है जिससे स्थिति को काबू में रखा जा सके।

सुरक्षा एजेंसियों को मिली कुछ तस्वीरों में कश्मीरो युवाओं को जाकिर मूसा की फोटो वाली टी-शर्ट पहने देखा जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक आतंकी संगठनों के निशाने पर कश्मीर घाटी के बाहर के युवा भी हैं जिन्हें आतंकी संगठन में शामिल किया जा सके। वहीं कुछ संगठनों के निशाने पर अन्य राज्यों में पढ़ रहे कश्मीरी छात्र भी हैं।

सुरक्षा एजेंसियों कि मानना है कि जिस तरह बुरहान वानी के मारे जाने के बाद युवाओं को आतंकवाद की तरफ ले जाने की कवायद हुई थी उसी तरह जाकिर मूसा के मरने के बाद की जा रही है। गौरतलब है कि चंडीगढ़ युनीवर्सिटी में कुछ कश्मीरी छात्रों ने जाकिर मूसा की तारीफ करते हुए पोस्ट इंटरनेट पर डाला था। ये छात्र टुकड़े-टुकड़े गैंग के सदस्य माने जा रहे हैं और इनकी कवायद भारत की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने की है।

जाकिर मूसा के मरने के तुरंत बाद उसका एक वीडियो मैसेज सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जा चुका है जिसमें वह जेहादी संदेश दे रहा है और लोगों से जेहाद में शामिल होने की अपील कर रहा है। संदेश में मूसा खुद को शहीद बता रहा है।