हालांकि सोमवार से ही संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। विपक्ष केन्द्र को बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था समेत कई मुद्दों पर घेर रही है। वहीं सत्र शुरू होने से पहले ही भाजपा को झटका मिला है। क्योंकि अभी तक उसके साथ खड़ा होने वाली शिवसेना अब सदन में विपक्षी दलों के साथ आ गई है। माना जा रहा कि कई मुद्दों पर विपक्षी दलों का समर्थन मिल रहा है।
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की आज अहम संसदीय दल की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पार्टी के सांसदों को संबोधित करेंगे। ये बैठक सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या मामले में दिए गए सुप्रीम फैसले के बाद पहली बार हो रही है। वहीं माना जा रहा है कि इस शीत सत्र के शुरू होने के बाद बैठक में महाराष्ट्र को लेकर चर्चा होने की उम्मीद की जा रही है।
हालांकि सोमवार से ही संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। विपक्ष केन्द्र को बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था समेत कई मुद्दों पर घेर रही है। वहीं सत्र शुरू होने से पहले ही भाजपा को झटका मिला है। क्योंकि अभी तक उसके साथ खड़ा होने वाली शिवसेना अब सदन में विपक्षी दलों के साथ आ गई है। माना जा रहा कि कई मुद्दों पर विपक्षी दलों का समर्थन मिल रहा है। जबकि कई बिलों को भाजपा सदन में पारित कराने की योजना बना रही है। लिहाजा राज्यसभा से इन बिलों को पास कराने के लिए पिछले सत्र की तरह विपक्षी दलों से भी मदद की दरकार होगी।
माना जा रहा है कि राम मंदिर को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन कर सकती है। हालांकि इस मामले में भाजपा ने अभी से श्रेय लेना शुरू कर दिया है। लिहाजा पार्टी चाहती है कि कोर्ट के फैसले के बावजूद भाजपा इस मामले में जनता को ये तो बता ही सकती है कि केंद्र में मोदी सरकार के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने ये फैसला लिया था। इसके साथ ही नागरिकता बिल को लेकर विपक्ष भाजपा सरकार को झेलना पड़ेगा। क्योंकि कई गैर भाजपा शासित राज्य इसका विरोध कर रहे हैं। वहीं सुप्रीम कोर्ट इसे कड़ाई से देश में लागू करने का निर्देश दे चुका है।
Last Updated Nov 19, 2019, 8:17 AM IST