ऑपरेशन ऑलआउट के तहत जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों द्वारा ताबड़तोड़ की जा रही मुठभेड़ों से आतंकी संगठनों में खौफ पैदा हो गया है। हताशा में आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर स्नाइपर हमले किए तो सेना ने चार दिन के अंदर ही जैश-ए-मोहम्मद के दो स्नाइपर मार गिराए। इनमें जैश की स्नाइपर यूनिट का डिप्टी उस्मान इब्राहीम हैदर भी शामिल था। उसे सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके में मंगलवार दोपहर हुई मुठभेड़ में मार गिराया। उस्मान मोस्ट वांटेड आतंकी और जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर का भतीजा था। 

अपने भतीजे की मौत पर अब मसूद अजहर आंसू बहा रहा है। भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले मसूद अजहर ने एक ऑडियो जारी कर उस्मान के मारे जाने की बात कबूल की है। साथ ही उसने यह भी माना है कि वह जैश का स्नाइपर था। ऑडियो में वह कह रहा है कि इंसान का खून कितना सस्ता हो गया है। भतीजे की मौत के बहाने मसूद अजहर भारत के खिलाफ कश्मीरी युवाओं को भड़काने की कोशिश कर रहा है।  

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त्राल मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने एक स्नाइपर राइफल बरामद की थी। दरअसल, यह अमेरिकी सेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एम4 कार्बाइन थी, जिसे कस्टमाइजेशन के बाद स्नाइपर राइफल के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था। यह राइफल उस्मान की तस्वीरों में भी नजर आ रही है। अमेरिका ने ये राइफल पाकिस्तानी सेना को बेची थी। सूत्रों के अनुसार, मसूद अजहर के बड़े भाई इब्राहिम का बेटा उस्मान इब्राहीम मई महीने के अंतिम हफ्ते में जम्मू-कश्मीर में घुसा था। 

आतंकी गुटों की पनाहगाह पाकिस्तान में मसूद अजहर ने ही जैश-ए-मोहम्मद बनाया था। इस संगठन को पहले ही संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंधित आतंकी सूची में रखा जा चुका है। लेकिन चीन मसूद के खिलाफ ढाल बनकर खड़ा है। उसका कहना है कि मसूद अजहर के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य नहीं हैं, क्योंकि यदि ऐसा होता तो पाकिस्तान उसे झुठलाता नहीं।