नई दिल्ली। पाकिस्तान का आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद भारत में फिर पुलवामा जैसे आतंकी हमले को अंजाम देने की तैयारी में है। इसके लिए उसकी मदद पाकिस्तानी सेना और वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई कर रही है। फिलहाल खुफिया इनपुट मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने सतर्कता बढ़ा दी है।

जैश के कमांडर की पाकिस्तान में आईएसआई के अफसरों से इस मामले में बैठक भी हो चुकी है और आईएआई ने साफ किया है कि इस हमले में स्थानीय लोगों के मारे जाने की चिंता जैश न करे। जैश के आतंकी दक्षिणी कश्मीर में आतंकी हमलों को अंजाम दे सकते हैं।

भारतीय खुफिया मिली जानकारी के मुताबिक आईएसआई ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद को सौंपी है। इन आतंकियों को पाकिस्तान सेना की मदद से भारत की सीमा में पहुंचा दिया गया है। हालांकि जम्मू कश्मीर के चप्पे चप्पे पर भारतीय सुरक्षा बलों की नजर है। लेकिन इस बार आतंकी किसी नए तरीके से भारतीय सुरक्षा बलों पर हमला कर सकते हैं।

खुफिया एजेंसियों को मिली रिपोर्ट के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद के 6-7 आतंकियों के समूह की घाटी में घुसपैठ हुई है। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने के बाद बौखलाया पाकिस्तान कश्मीर में माहौल करने की कोशिशों में लगा है। लेकिन अभी तक उसके मंसूबे सफल नहीं हो सके हैं।

लिहाजा वह बड़े स्तर पर आतंकी हमलों को अंजाम देने की कोशिश में लगा है और इसके लिए उसकी मदद स्थानीय स्तर पर मौजूद हैंडलर भी कर रहे हैं।  ये भी जानकारी मिली है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने इसके लिए जैश कमांडर असगर रऊफ से रावलपिंडी में बैठक कर पुलवामा हमले जैसे आतंकी हमले करने को कहा है। हालांकि पाकिस्तान ने दिखाने के लिए मसूद अजहर के संगठन पर प्रतिबंध तो लगाया है।

लेकिन पाकिस्तान में उसके संगठन को खुली छूट मिली हुई है। सुरक्षा बलों को जो खुफिया जानकारी मिली है उसके मुताबिक जैश के सभी आतंकी फिदायीन हमलावर हैं और सेना की वर्दी में हमले को अंजाम दे सकते हैं। फिलहाल आईएसआई ने इन जैश आतंकियों को दक्षिणी कश्मीर में बड़े फिदायीन आतंकी हमले के लिए भेजा है।