बंगलुरू पुलिस ने भाजपा नेता और कर्नाटक के पूर्व मंत्री जनार्दन रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला एंबिडेंट ग्रुप की 600 करोड़ की पोंजी निवेश योजना से जुड़ा है। बेल्लारी के खनन किंग कहे जाने वाले रेड्डी पर मनी लांड्रिंग और मुख्य आरोपी की पैसों के गैर कानूनी लेनदेन में मदद करने का आरोप है। उनके अलावा महफूज अली खान को भी गिरफ्तार किया गया है। रेड्डी शनिवार को जांच दल के सामने पेश हुए थे। क्राइम ब्रांच पहले से ही रेड्डी को गिरफ्तार करने के बारे में विचार कर रही थी। 

क्राइम ब्रांच के सीपी आलोक कुमार ने बताया है कि पुख्ता सबूतों और गवाहों के बयानों के आधार पर गिरफ्तारी की गई है। पैसे बरामद किए जाने के बाद निवेशकों को लौटा दिए जाएंगे। गिरफ्तारी के बाद जनार्दन रेड्डी को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया। यहां से उनको अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने रेड्डी को 24 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। 

क्राइम ब्रांच की जांच में पता लगा था कि रेड्डी और खान ने एंबिडेंट मार्केटिंग से 18 करोड़ रुपये का 57 किलो सोना लिया। यह सोना प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों से एंबिडेंट के प्रमोटर सैयद अहमद फरीद को 'ढील' देने की बात करने के बदले लिया गया था। क्राइम ब्रांच ने रेड्डी और खान को रविवार को पूछताछ का नोटिस दिया था। 

पेशी से पहले रेड्डी ने शनिवार को वीडियो जारी कर अपनी सफाई दी थी। इसमें उन्होंने कहा था कि वो हैदराबाद में नहीं छुपे हैं और बंगलुरु में रहकर ही पूरे मामले पर निगाह बनाए हुए हैं। वीडियो में उन्होंने कहा, 'मीडिया मुझे फरार बता रहा है, उनके मुताबिक मैं हैदराबाद में हूं। इसलिए मैंने इस वीडियो को अपने वकीलों के साथ बनाया है, ताकि मैं सभी संदेहों को स्पष्ट कर सकूं।'

अपराध शाखा ने कथित धोखाधड़ी मामले में उन्हें 11 नवंबर तक पेश होने के लिए नोटिस जारी किया था.।क्राइम ब्रांच की टीम ने रेड्डी की गिरफ्तारी के लिए बेल्लारी स्थित उनके आवास पर छापेमारी भी की थी।