बीजेपी और जेडीयू के रिश्तों में लगातार खटास आ रही है। जब से जेडीयू को केन्द्रीय मंत्रिमंडल में बंटवारे में मनोवांछित सीट नहीं मिली है तब से वह बीजेपी के लिए मुश्किल पैदा करने की हर संभव कोशिश कर रही है। इसी सिलसिले में जेडीयू के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष ने ऐसा ऐलान कर दिया है जिससे बीजेपी नेताओं की त्यौरियां चढ़ी हुई हैं।
रांची: झारखंड में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में एनडीए गठबंधन के प्रमुख पार्टनर जनता दल यूनाइटेड ने ऐलान किया है कि वह झारखंड की सभी विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने जमशेदपुर में कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में इस बात का ऐलान किया है। उन्होंने आगे बढ़ते हुए यहां तक कह दिया कि जेडीयू ना केवल अकेले झारखंड चुनाव लड़ेगी बल्कि जीतकर प्रदेश में अपनी पार्टी की सरकार भी बनाएगी।
जेडीयू के इस ऐलान से राज्य में सरकार चला रही बीजेपी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। क्योंकि इससे उसके वोटों में बंटवारा होने का डर है। झारखंड में बीजेपी की सरकार है और रघुबर दास मुख्यमंत्री हैं।
जेडीयू की यह घोषणा बीजेपी के लिए बड़ा झटका है। झारखंड में साल 2014 के दिसंबर में विधानसभा चुनाव हुआ था। वहां विधानसभा की 81 सीटें हैं। जिसमें से बीजेपी 37 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। उसने 5 विधायकों वाली ऑल झारखंड स्टूडेन्ट यूनियन के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। बाद में बीजेपी ने झारखंड विकास मोर्चा के 8 विधायकों से 6 को तोड़ लिया था। इस तरह झारखंड विधानसभा में अब बीजेपी के 43 विधायक हैं।
लोकसभा चुनाव से उत्साहित होकर इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी 60 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। लेकिन जेडीयू के सभी विधानसभा सीटों पर अकेले लड़ने के ऐलान से उसकी योजना को पलीता लग सकता है। फिलहाल जेडीयू का झारखंड में एक भी विधायक नहीं है। लेकिन अगर अपने ऐलान के मुताबिक सभी 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ती है तो उससे बीजेपी की ही संभावनाएं कमजोर पड़ेंगी।
Last Updated Jun 5, 2019, 9:05 PM IST