छात्रसंघ चुनाव नतीजों के बाद जेएनयू में तनावपूर्ण माहौल है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने संयुक्त लेफ्ट के कार्यकर्ताओं पर जीत के बाद मारपीट करने का आरोप लगाया है। उधर वामपंथी छात्र नेताओं का कहना है हमला उनके ऊपर हुआ है। दिल्ली पुलिस को दोनों पक्षों की तरफ से शिकायत मिलने की जानकारी दी है।
आरोपों के मुताबिक पेरियार होस्टल में सुबह 6 बजे के करीब वामपंथी कार्यकर्ताओं ने परिषद के छात्रों पर अचानक से हमला बोल दिया। माय नेशन से बातचीत में एबीवीपी के सुशील कुमार ने बताया कि “देर रात तक पढ़ाई-लिखाई के बाद हम लोग हॉस्टल के कमरों में आराम कर रहे थे कि अचानक दरवाजा पीटने की आवाज से हमारी आंख खुली। कुछ लोग दरवाजे जोर-जोर से पीट रहे थे। हमनें दरवाजा खोला तो वामपंथी कार्यकर्ता हमारे साथ गाली-गलौच करने लगे”।
उधर लेफ्ट विंग के छात्र कार्यकर्ताओं का कहना है कि हमला विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने किया है। उन्होंने दावा किया कि परिषद की तरफ से किए हमले में उनके नवनिर्वाचित अध्यक्ष एन साई बालाजी, निवर्तमान अध्यक्ष गीता और कार्यकर्ता अभिनय समेत तमाम लोगों को चोटें आई है।
माय नेशन से बातचीत में वामपंथी छात्र संगठन की नेता सिमोन खान ने बताया कि “हार के बाद एबवीपी के कार्यकर्ताओं ने बौखलाहट में हमला बोला है”। सिमोन ने दावा किया कि मारपीट में जख्मी हुए लेफ्ट कार्यकर्ताओं का इलाज सफदरजंग अस्पताल में किया जा रहा है।
उधर, माय नेशन से बातचीत करते हुए एबीवीपी के सौरभ शर्मा ने कहा कि “वामपंथी गुंडे 200 की संख्या में अभी माही होस्टल के बाहर हैं और ABVP के कार्यकर्ताओं को जान से मारने की धमकी देते हुए माही होस्टल का गेट तोड़ रहे है। कैंपस में ये गुंडे हाथ में लाठी और लोहे का रॉड लेकर खुलेआम घूम रहे हैं। और जहां ABVP के कार्यकर्ता दिख रहे है वहां मार रहे हैं। कैंपस का माहौल बहुत खराब हो गया है। प्रशासन कुछ भी नही सुन रहा है। पुलिस भी हमें 100 नंबर के काल पर नजरअंदाज कर रही है। लगता है हम सभी अपनी आखिरी सांस JNU में ले रहे है। ये वामपंथी गुंडे हमें नही छोड़ने वाले हैं”।
Last Updated Sep 19, 2018, 9:28 AM IST