
संकट टालने के लिए कमलनाथ ने की भैरवनाथ की पूजा
कमलनाथ अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बन चुके हैं। सोमवार दोपहर ढाई बजे कमलनाथ को राज्यपाल आनंदीबेन ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
लेकिन इस शपथग्रहण समारोह से पहले कमलनाथ ने संकट टालने के लिए भैरवनाथ की पूजा की। उन्होंने लाल घाटी स्थित प्राचीन भैरव मंदिर में पूजा की।
कमलनाथ अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बन चुके हैं। सोमवार दोपहर ढाई बजे कमलनाथ को राज्यपाल आनंदीबेन ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
लेकिन इस शपथग्रहण समारोह से पहले कमलनाथ ने संकट टालने के लिए भैरवनाथ की पूजा की। उन्होंने लाल घाटी स्थित प्राचीन भैरव मंदिर में पूजा की।
कमलनाथ के उपर दिल्ली में हुए सिख दंगों में शामिल होने का आरोप है। वह मुख्यमंत्री पद भी निष्कंटक नहीं रहने वाला है। क्योंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद मध्य प्रदेश के सीएम बनने के लिए आतुर थे।
कमलनाथ को खतरा पार्टी के अंदर और बाहर दोनों तरफ से है। इसी के निवारण के लिए उन्होंने प्राचीन मान्यताओं के अनुरुप लाल घाटी के भैरव मंदिर में पूजा की। इस पूजा में कमलनाथ का पूरा परिवार शामिल था।