राष्ट्रवाद को लेकर देश के दो बड़े राज्यों में राजनैतिक भूचाल मचा हुआ है। मध्य प्रदेश में जहां कांग्रेस सरकार ने राज्य के कर्मचारियों के वंदेमातरम को गाने पर रोक लगा दी है वहीं गुजरात में राज्य सरकार ने स्कूलों में 12 तक के बच्चों के लिए अटेंडेंस के दौरान जय हिंदू या जयभारत बोलने को अनिवार्य कर दिया है।

गुजरात में राज्य सरकार ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि अटेंडेंस का जवाब यस सर या फिर 'जी सर' की जगह 'जय हिंद' या 'जय भारत' बोला जाएगा। इसके पीछे सरकार के तर्क हैं कि इससे बच्चों के मन में देशभक्ति की भावना जागेगी। जबकि विपक्ष सरकार पर आरोप लगा रही है। कांग्रेस का कहना है कि राज्य सरकार को शिक्षा का स्तर सुधारने की कोशिश करनी चाहिए। राज्य सरकार द्वारा स्कूलों में लागू किए गए इन नए नियम के बाद राजनीतिक बहस छिड़ गई है। अब इस मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को घेरा है।

हालांकि, राज्य के शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चुडासमा ने फैसले का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों के मन में देशभक्ति की भावना जागेगी। गुजरात सेकंडरी एंड हायर सेकंडरी एजुकेशन बोर्ड ने इस फैसले को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया था। यह नया नियम सरकारी स्कूलों के साथ ही सरकारी वित्तीय सहायता और स्वपोषित स्कूलों पर  भी लागू होगा। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने कहा है कि इससे पढ़ाई की क्वॉलिटी पर कोई असर नहीं होगा और सरकार को बच्चों की पढ़ाई की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए। 

वहीं मध्य प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों के वंदेमातरम गाने पर प्रतिबंध के बाद राज्य में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। भाजपा ने राज्य सरकार पर धर्म विशेष को लोगों को खुश करने कोशिश बताया है। असल में राज्य की पिछली शिवराज सरकार ने राज्य के सभी कर्मचारियों के लिए महीने के पहले दिन वंदेमातरम के गीत को गाने को अनिवार्य कर दिया था। उस वक्त कांग्रेस ने इसका विरोध किया था और आरोप लगाया था कि भाजपा संघ के एजेंडे को लागू कर रहा है।