हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के नूरपूर में बस हादसे में जान गंवाने वाले मासूम स्कूली बच्चों के परिजन न्याय न मिलने से बेहद मायूस हैं। परिजन लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। न्याय की गुहार लेकर परिजन घुटनों के बल धर्मशाला में डीसी ऑफिस पहुंचे।
हादसे में जांन गंवा चुके बच्चों के परिजनों का कहना है कि दुर्घटना के सही कारणों का पता सिर्फ सीबीआई जांच से ही संभव है। उन्होंने प्रदेश सरकार से इस दुर्घटना के असल कारणों का पता लगाने के लिए मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग की। परिजनों ने हादसे में जान गंवाने वाले बच्चों के नाम से लिखा पत्र सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भी भेजा।
डीसी को सौंपा गया पत्र परिजनों ने मृत बच्चों के नाम से लिखा है। पत्र में लिखा गया है कि “हम सिर्फ देख रहे हैं और हमारे परिजन झेल रहे हैं। कोई सुनवाई नहीं हो रही। सर आपको आज तक जीवित लोगों के ही पत्र मिले होंगे, शायद यह दुर्भाग्य से पहला मौका होगा, जब आपको मृत बच्चों की ओर से पत्र मिलेगा”।
परिजनों का आरोप है कि वे हादसे की न्यायिक जांच से संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि जहां हादसा हुआ था, वहां सडक़ खराब है। वहां लगाई गई दीवार काफी समय पहले ढह चुकी थी, लेकिन उसे दोबारा नहीं लगाया गया।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा जिले के नूरपुर के नजदीकी गांव चेली में एक निजी स्कूल की बस करीब 400 फीट गहरी खाई में गिर गई थी। हादसे में 27 बच्चों समेत 30 लोगों की मौत हो गई है जबकि कई बच्चे घायल भी हुए थे। हादसे में मारे गए अधिकतर बच्चे 5 से 12 साल तक की आयु के थे।
