तस्कर कछुओं को कानपुर से कोलकाता ले जाने की फिराक में था। तस्करों के गैंग के सदस्य को भारी संख्या में दो बैगों में भरे हुए, ज़िंदा छोटे कछुओं के साथ जीआरपी के जवानों ने धर दबोचा। बता दें इन लोगों का यह कमाने का बड़ा जरीया है, मोटा पैसा कमाने के लिए वह इन कछुओं को बाहरी प्रदेशों में बेचते हैं।    

जीआरपी को यह जानकारी पहले ही मिल गई थी की तस्कर सेंट्रल स्टेशन से कछुओं की तस्करी करके ट्रेन से कोलकाता ले जाने वाले हैं। इस दौरान जब वह स्टेशन पहुंते तो उनके साथी वसीम शातिर को जीआरपी जवानों ने सिटी साइड चेकिंग के दौरान धर दबोचा। पकड़े गए शातिर के बैग से भारी संख्या में कछुए मिले हैं। जांच टीम ने 750 छोटे ज़िंदा कछुए बरामद किए हैं।

गिरफ्तार तस्करी सदस्य को जीआरपी के जवान थाने ले गए। जहां जीआरपी इंस्पेकटर ने वन विभाग की टीम को सूचना दी और पकड़े गए कछुओं को गंगा में छुड़वा दिया गया।

इंस्पेक्टर जीआरपी राम मोहन राय ने बताया कि, "एक कछुआ तस्कर पकड़ा गया है। यह कछुआ तस्कर इन्हें कोलकाता ले जाने की फिराक में था। वहां यह इन कछुओं का प्रयोग दवा के रूप में करते थे। इनके पास से 750 कछुए बरामद किये गए है। इस पर मुकदमा दर्ज करके जेल भेजा जा रहा है"।