कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष रमेश कुमार ने एक विवादित बयान देकर राज्य की राजनीति में गर्माहट पैदा कर दी है। अकसर विवादों में रहने वाले विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा में एसआईटी के सवालों पर ऐसा बयान दे दिया है। जिसको लेकर उनकी चारों तरफ आलोचना हो रही है।

असल में विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने अपनी तुलना रेप पीड़िता से कर दी। हालांकि बाद में उन्होंने जनता से माफी मांगी। लेकिन तब तक उनकी चारों तरफ आलोचना होने लगी थी और इस पर विवाद शुरू हो गया था। विपक्षी दल भाजपा ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया और साथ ही विधानसभा अध्यक्ष को। क्योंकि भाजपा का कहना था कि विधानसभा के अध्यक्ष का इस तरह का बयान देना, उनके पद के गरिमा के खिलाफ है।

एक खबर के मुताबिक उन्होंने कहा कि उनसे रेप पीड़िता जैसे बार-बार सवाल-जवाब किए जाते हैं। कुमार ने एक विवादित ऑडियो टेप में उनको लेकर बार-बार लगाए जा रहे आरोपों के संदर्भ में यह बात कही। इस ऑडियो टेप विवाद के बाद सरकार ने इसकी जांच के लिए एसआईटी बनाई है। मंगलवार को ऑडियो क्लिप की एसआईटी जांच को लेकर विधानसभा में चर्चा हो रही थी, इसी दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने यह टिप्पणी की। इस टेप के बारे में कहा जा रहा है कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा गठबंधन सरकार को गिराने की मंशा से जनता दल सेक्यूलर (जेडीएस) के विधायकों के साथ डील करने का प्रयास कर रहे हैं।

असल में दिन पहले राज्य सरकार ने भाजपा पर आरोप लगाया था कि भाजपा उसके विधायकों को तोड़ रही है और सरकार गिराने की कोशिश कर रही है। लेकिन भाजपा इन आरोपों का खारिज कर रही है। राज्य सरकार कई बार इस तरह के आरोप लगा चुकी है कि भाजपा उसकी सरकार गिराने की कोशिश कर रही है। इसी के लिए राज्य सरकार ने कुछ आरोप पर एक एसआईटी जांच कर रही है।