राजनीतिक हलकों में कर्नाटक के भविष्य को लेकर एक बार फिर कयासबाजी तेज हो गई है। एच डी कुमारास्वामी की अगुवाई वाली जेडीएस-कांग्रेस में कैबिनेट मंत्रियों के विभागों को लेकर घमासान मचा हुआ है। इस बीच, भाजपा के वरिष्ठ विधायक उमेश कट्टी ने अगले सप्ताह तक राज्य में भाजपा सरकार बनने का दावा कर सनसनी मचा दी है। 

आठ बार के विधायक कट्टी के मुताबिक, राज्य के 15 विधायक कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन से नाखुश चल रहे हैं। इनमें से कई भाजपा के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि अगर ये विधायक पार्टी से जुड़ना चाहते हैं तो उनका स्वागत किया जाएगा। हालांकि इस दावे से कांग्रेस बिफर गई है। कर्नाटक में हाल ही में हुए कैबिनेट विस्तार में मंत्रीपद नहीं पाने के कारण कांग्रेस विधायकों में चल रही नाराजगी के बीच कट्टी का यह बयान आया है। कर्नाटक में कांग्रेस के प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने विभागों के बंटवारे पर कई बैठकें कीं हैं। हालांकि नए मंत्री महत्वपूर्ण विभागों के लिए दबाव बढ़ा रहे हैं। यही वजह है कि पार्टी में असंतोष बढ़ रहा है। सूत्रों के मुताबिक, दोनों ही दलों के नेतृत्व को विधायकों का असंतोष दबाने का खमियाजा भुगतना पड़ सकता है। 

हालांकि प्रदेश कांग्रेस प्रमुख दिनेश गुंडु राव ने कहा कि लोगों को भ्रमित करने के लिए काल्पनिक बयानबाजी की जा रही है।  उधर, कैबिनेट में फेरबदल के बाद असंतोष को दबाने के लिए विभागों के बंटवारे में तालमेल बिठाने की कोशिश हो रही है। कांग्रेस की समस्य यह है कि कई वरिष्ठ मंत्री महत्वपूर्ण विभागों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया, प्रदेश प्रमुख दिनेश गुंडु राव और उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर राव एवं अन्य नेताओं से मुलाकात के बाद वेणुगोपाल ने कहा कि मंजूरी के लिए विभागों की सूची कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजी जा रही है। 

कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों में से भाजपा के पास 104 विधायक हैं। पहले सत्ता में रही कांग्रेस के पास 80 सीटें हैं। जेडीएस के पास 37 और बसपा व केपीजेपी के पास एक सीट है। कांग्रेस व जेडीएस ने यहां मिलकर सरकार बनाई व एचडी कुमारस्वामी राज्य के मुख्यमंत्री बने।