प्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान जेडीएस और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। कोप्पल में एक रैली के दौरान पीएम मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी पर सीधा हमला किया। पीएम ने कहा कि राज्य के सीएम सैनिकों का अपमान कर रहे हैं। ऐसा करने वालों लोगों को डूब मरना चाहिए।

कुमारस्वामी ने एक रैली के दौरान कथित विवादित बयान देते हुए कहा था, 'जो व्यक्ति दो टाइम की रोटी नहीं जुगाड़ पाता है, वह सेना में शामिल हो जाता है।' इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा, 'कुमारास्वामी ने सेना के जवानों का अपमान किया है। जवान विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए देश की सरहद की रक्षा करते हैं। ये लोग इसे नहीं समझ सकते हैं। जो सैनिक देश की सेवा के लिए जाते हैं, वह कुछ भी कर गुजरते हैं।' पीएम ने कहा, टीपू सुलतान के महोत्सव के लिए इनके पास पैसे हैं लेकिन जब हंपी त्योहार मनाने की बारी आती है तो पैसे की तंगी हो जाती है। 

हालांकि कुमारास्वामी ने बाद में अपने बयान को लेकर सफाई देते हुए कहा था कि भाजपा ने उनके बयान के वीडियो को एडिट कर चलाया था। उन्होंने कभी ऐसा बयान नहीं दिया था।

इससे पहले, पीएम ने गंगावती में एक चुनावी सभा के दौरान कांग्रेस और जेडीएस पर जमकर हमला बोला। जेडीएस नेता एचडी रेवन्ना के राजनीति से संन्यास से संबंधित बयान पर मोदी ने कहा कि 2014 में ऐसा ही वादा एचडी देवगौड़ा ने भी किया था, क्या उन्होंने संन्यास लिया? ऐसे ही उनका बेटा भी संन्यास नहीं लेगा। जेडीएस नेता और एच डी देवगौड़ा के बड़े बेटे के एचडी रेवन्ना ने कहा था कि अगर 2019 में एनडीए ने दोबारा सरकार बना ली तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। नरेंद्र मोदी ने कहा, 'देवगौड़ा के बेटे एचडी रेवन्ना ने कहा है कि अगर दोबारा एनडीए ने सरकार बना ली तो राजनीति से संन्यास ले लेंगे। 2014 में यही बात खुद एचडी देवगौड़ा ने कही थी, क्या उन्होंने राजनीति छोड़ दी? बेटा संन्यास लेगा क्या? जैसी कि उम्मीद थी, उन्होंने संन्यास नहीं लिया। उनका बेटा भी संन्यास नहीं लेगा।' 

पीएम मोदी ने कहा, 'यह चुनाव नेशन फर्स्ट बनाम फैमिली फर्स्ट है। कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस परिवारवाद के प्रतीक हैं। दोनों ही पार्टियां जनता से जितनी कटी हुई हैं, उतनी ही अपने परिवार से जुड़ी हुई। इनके लिए आपकी आवश्यकताएं नहीं, देश की जरूरतें नहीं, बल्कि अपना स्वार्थ महत्वपूर्ण है। कमीशन ही इनका मिशन है। पीएम ने इससे पहले की कांग्रेस की अगुवाई वाली सिद्धरमैया सरकार को ‘10 प्रतिशत कमीशन सरकार’ बताया लेकिन कहा कि हालांकि अब कांग्रेस और जदएस के हाथ मिला लेने से यह ‘20 प्रतिशत कमीशन सरकार’ बन गई है।