नई दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने खादी के उपयोग पर जोर दिया था और बाद में उन्हीं के नाम पर देश में खादी ग्रामोद्योग की शुरुआत भी हुई। जैसे-जैसे समय बीता खादी के प्रति लोगों का रुझान कम होने लगा, लेकिन बीते कुछ सालों में खादी उत्पाद (प्रोडक्ट्स) में लोगों ने अपनी रुचि दिखाना शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में भी खादी का जिक्र कर चुके हैं। हालांकि ये जानकर हैरानी होगी कि इस समय खादी के सबसे ज्यादा बिकने वाले उत्पादों में मास्क अव्वल नंबर पर है। दूसरे नंबर पर फैब्रिक, तीसरे पर शहद एवं ग्रॉसरी और चौथे नंबर पर खादी के रूमाल हैं।

कोरोनावायरस महामारी के बाद भी हर दिन बड़ी संख्या में लोग खादी उत्पाद खरीदने के लिए खादी इंडिया के आउटलेट पर पहुंच रहे हैं। हाथ से बना स्वदेशी कपड़ा 'खादी' भारतीयों के बीच महात्मा गांधी की विरासत के तौर पर पसंद किया जाता है। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी की ओर से बार-बार खादी को लेकर कई बार अपील की जा चुकी है। लोग खादी उत्पादों को पसंद करना शुरू कर रहे हैं। हर दिन खादी को पसंद करने वाले और खादी उत्पादों की खरीदारी करने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है।

खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने आईएएनएस को बताया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील से इतना असर हुआ है कि दिल्ली के कनॉट प्लेस स्टोर में दो अक्टूबर को 1.02 करोड़ रुपये की बिक्री हुई। वहीं बीते शनिवार को एक करोड़ पांच लाख 26 हजार की बिक्री हुई। बीते छह सालों में प्रोडक्शन 115.13 फीसदी बढ़ा और 178.89 फीसदी सेल हुई है। औसतन सालाना बिक्री में 30 फीसदी वृद्धि है।"

उन्होंने कहा, "हमारे दिल्ली में 11 आउटलेट्स हैं और सभी जगहों पर अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। कोविड के दौरान जब व्यापार बंद था, तब बंद था, लेकिन खुलने के बाद से जनता आ रही है। हमारे ऑनलाइन प्रोडक्ट्स की बिक्री भी बहुत अच्छी हो रही है। वर्तमान में 700 प्रॉडक्ट्स ऑनलाइन मौजूद हैं। आठ जुलाई को ऑनलाइन प्रोडक्ट बिकना शुरू हुआ था।"

सक्सेना ने कहा, "फुटवियर, अचार, पापड़, शहद और मास्क आदि प्रोडक्ट लोग बहुत पंसद कर रहे हैं। सबसे ज्यादा बिक्री होने वाले प्रोडक्ट्स में पहले नंबर पर मास्क, दूसरे नंबर पर फैब्रिक, तीसरे पर शहद, ग्रॉसरी हैं और चौथे नंबर पर खादी के रूमाल हैं।"उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात में सात बार खादी के बारे में जिक्र किया है। यही वजह है कि लोग खादी के सामान खरीद रहे हैं।"सक्सेना ने बताया, "हमारे दिए भी इस वक्त बिक रहे हैं, राजस्थान के पोखरण गांव से दीये बनकर आ रहे हैं।"