जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में भाजपा के दो नेताओं की आतंकियों द्वारा गोली मारकर हत्या के बाद इलाके में सांप्रदायिक माहौल गरमा गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि किश्तवाड़ में रहने वाले हिंदुओं के साथ ज्यादती हो रही है। इस बीच, आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने भाजपा के जम्मू-कश्मीर प्रदेश सचिव अनिल परिहार और उनके भाई की हत्या की जिम्मेदारी ली है। हिजबुल की ओर से जारी पोस्टर में कहा गया है कि जो लोग भारत के साथ रहेंगे, उन्हें मार दिया जाएगा।

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'माय नेशन' से बात करते हुए एक स्थानीय महिला ने आरोप लगाया है कि किश्तवाड़ जिले में रहने वाले हिंदू परिवारों के साथ से ज्यादतियां हो रही हैं। 

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वहीं 'माय नेशन' से खास बातचीत में किश्तवाड़ के डिप्टी कमिश्नर अंग्रेज सिंह राणा ने बताया कि एजेंसियां हत्या में हर एक एंगल की जांच कर रही हैं और अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।

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इस हत्या में आतंकियों की शामिल होने का शक इसलिए ज्यादा था क्योंकि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के दौर में सबसे लंबे समय तक जिंदा रहने वाला आतंकी जहांगीर सरूरी किश्तवाड़ का ही है। सुरक्षा एजेंसियां पिछले 20 साल से उसकी खोजबीन कर रही हैं। इतना ही नहीं किश्तवाड़ जिले से पिछले कुछ समय से तीन युवक लापता हैं और माना यह जा रहा है कि वे आतंकी संगठनों का दामन थाम चुके हैं। 

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एक अधिकारी ने बताया, आतंकी संगठनों द्वारा की गई इस वारदात के पीछे निकाय चुनाव की सफलता भी हो सकती है। आतंकी संगठन अब पंचायत चुनाव में गड़बड़ी पैदा करना चाहते हैं और इसीलिए हत्या लोगों में खौफ पैदा करने की कोशिश हो सकती है।

इस घटना के बाद से किश्तवाड़ में कई जगह आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई हैं। देर रात को भी कई लोगों ने सड़कों पर आकर हत्यारों की जल्द गिरफ्तार की मांग की। 

इस बीच, 'माय नेशन' के हाथ लगे पोस्टर्स इस तरफ इशारा करते हैं कि भाजपा नेताओं की हत्या में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का हाथ है।