अपनी विदेश यात्राओं को लेकर विपक्ष के निशाने पर रहने वाले प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी जल्द ही अपने कार्यकाल की अंतिम विदेश यात्रा पर होंगे। हालांकि देश में चुनाव हो रहे हैं और ऐसे में विदेश यात्रा पर जाने का फैसला काफी अहम माना जा रहा है।
अपनी विदेश यात्राओं को लेकर विपक्ष के निशाने पर रहने वाले प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी जल्द ही अपने कार्यकाल की अंतिम विदेश यात्रा पर होंगे। हालांकि देश में चुनाव हो रहे हैं और ऐसे में विदेश यात्रा पर जाने का फैसला काफी अहम माना जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री रहते हुए उनकी अंतिम विदेश यात्रा अबूधाबी की हो सकती है। जहां वह पहले हिंदू मंदिर की आधारशिला रख सकते हैं। ये कार्यक्रम 20 अप्रैल को आयोजित किया जाएगा और इसके लिए भारत और यूएई के बीच बातचीत जारी है।
अधिकारियों के मुताबिक 20 अप्रैल को पीएम नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री रहते हुए अपनी अंतिम विदेश पर जाएंगे। यह यात्रा अबूधाबी की होगी। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी वहां पर बीएपीएस मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। हालांकि मंदिर प्रशासन ने इस बात को खारिज किया है और उनका कहना है कि उनके पास उनके आगमन की कोई सूचना नहीं है। मंदिर प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक शिलान्यास कार्यक्रम की अध्यक्षता बीएपीएस के आध्यात्मिक नेता महंत स्वामी महाराज के द्वारा की जाएगी। इस दौरान वहां के कई लोग इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। इस कार्यक्रम को हिंदू धार्मिक रीति रिवाजों के जरिए शिलान्यास किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दोनों देश पीएम मोदी की इस यात्रा को सफल बनाने के लिए बातचीत कर रहे हैं। यूएई सरकार ने भारत सरकार की तरीफ की है, क्योंकि इस कार्यक्रम को रमजान से पहले आयोजित किया जा रहा है। ये इसलिए भी अहम है कि देश में सात चरणों के चुनाव शुरू हो गए हैं और पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को होगा। पीएम मोदी ने पिछले साल फरवरी में यूएई की यात्रा के दौरान इस मंदिर के मॉडल संरचना का अनावरण किया था। उन्होंने ग्राउंड-ब्रेकिंग समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग देखी, जिसमें 11 फरवरी को मंदिर स्थल पर भूमि का पवित्रिकरण किया था।
मंदिर को 14 एकड़ जमीन पर अल रहबा के अबू मुरीखाह में अबू धाबी-सियावधन सड़क परिसर में बनाया जा रहा है। जहां पर 20 अप्रैल को हजारों की संख्या में भक्त स्वागत के लिए मौजूद होंगे। इस मंदिर को राजस्थान के गुलाबी पत्थर और मैसीडोनिया के मार्बल से बनाया जा रहा है। पत्थरों की नक्काशी भारत के विभिन्न हिस्सों में की जाएगी। इन पत्थरों पर काम करने वाले कारीगर सात स्पियर्स के साथ लैंडमार्क संरचना के लिए काम शुरू करेंगे, जो यूएई के सात अमीरों का प्रतिनिधित्व करेंगे। मूर्तिकला का काम पूरा हो जाने के बाद पत्थरों को अबू धाबी ले जाया जाएगा और वहां पर एक स्थान पर इन्हें इकट्ठा किया जाएगा।
अबूधाबी में पहले हिंदू मंदिर का घटनाक्रम
2015: पीएम नरेन्द्र मोदी की यूएई की यात्रा के दौरान यूएई सरकार ने जमीन आवंटित करने का फैसला किया।
2017: क्राउन प्रिंस ने अबू धाबी में 13.7 एकड़ जमीन को मंदिर को उपहार में दी।
2018(फरवरी): पीएम नरेन्द्र मोदी ने दुबई में मंदिर के मॉडल का अनावरण किया।
2019 (20अप्रैल): मंदिर का शिलान्यास कार्यक्रम।
Last Updated Apr 3, 2019, 3:23 PM IST