बिहार में लोकसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनता दल की जबरदस्त हार हुई है। इस हार के कई बड़े कारणों में लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी एक कारण माने जा रहे हैं। फिलहाल तेज प्रताप यादव पार्टी को मिली हार के बाद भजन कीर्तन में लीन हैं। तेज प्रताप मथुरा और ब्रज में पूजा पाठ कर आध्यात्मिक शक्ति जागृत करने में लीन हैं। जबकि तेजस्वी यादव ने मीडिया से पूरी तरह से दूरी बना ली है।

लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे मथुरा के ब्रज में पूजा पाठ कर रहे हैं। आम तौर पर तेज प्रताप यहां पर आते रहते हैं। जब भी वह किसी मुश्किल की घड़ी में होते तो मथुरा, गोकुल और ब्रज में आते हैं। इस बार भी बिहार में पार्टी को मिली करारी हार के बाद तेज प्रताप यादव ने ब्रज का रूख किया है। यहां वह अपने मित्र के घर पर रूके हैं और ध्यान पूजा में लीन हैं।

तेज प्रताप का पिछले दिनों जब परिवार के लोगों से खासतौर से अपनी पत्नी से विवाद चल रहा था तो वह कई दिनों तक गायब रहे और फिर बाद में मालूम चला कि वह वृंदावन में है। वह पिछले चार दिनों से मथुरा और वृंदावन में हैं और पूजा पाठ कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव के छह चरणों में तेज प्रताप यादव ने पार्टी के बागी की तरह व्यवहार करते रहे। हालांकि आखिर के दो चरणों में उन्होंने पार्टी का प्रचार किया।

लेकिन इसका कोई फायदा पार्टी को नहीं मिला। उन्होंने पाटलीपुत्र में ही अपनी बहन मीसा भारती के चुनाव प्रचार किया जबकि जहानाबाद में राजद के खिलाफ ही 'लालू राबड़ी मोर्चा' के बैनर तले अपने करीबी चंद्र प्रकाश यादव को चुनाव मैदान में उतार दिया था। बिहार की 40 सीटों में राजद को एक भी सीट नहीं मिली है जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस को एक ही सीट मिली है।

फिलहाल तेज प्रताप यादव ब्रज के श्रीजी मंदिर तथा कीर्ति मंदिर में पूजा अर्चना कर चुके हैं और वह गायों के बीच में ध्यान योग कर रहे हैं। उन्होंने श्रीराधारानी मंदिर से माताजी गौशाला पहुंचकर गोवंश की चरण वंदना की। तेज प्रताप यादव ने खुद को राजनीतिक और आध्यात्मिक व्‍यक्ति बताते हैं।