लखनऊ। देश में कोई चुनाव नहीं हैं और कांग्रेस के गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस और सोनिया गांधी खिलाफ नारे लग रहे हैं। वहीं अब कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी द्वारा प्रवासियों का किराया दिए जाने के ऐलान बाद अमेठी और रायबरेली में ताजा विवाद छिड़ गया है। अन्य राज्यों से अमेठी और राजबरेली में आए प्रवासी सोनिया गांधी से ट्रेन किराया का भुगतान करने की मांग कर रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि कांग्रेस को अपने वादे को पूरा करना चाहिए। लेकिन वह राजनीति कर रहे हैं। 

कुछ दिन पहले ही सोनिया के बयान के बाद विवाद शुरू हो गया था, जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने घोषणा की थी कि पार्टी प्रवासी श्रमिकों का ट्रेन किराया भुगतान करेगी। कांग्रेस ने भाजपा सरकार को भी घेरा था और आरोप लगाया था कि वह गरीबों पर बोझ डाल रही है। लेकिन सोनिया गांधी का बयान अब उनकी ही मुसीबत बन गया है। क्योंकि अमेठी और रायबरेली में लौटे दूसरे राज्यों के प्रवासियों ने सीधे तौर पर सोनिया गांधी और कांग्रेस को घेरा है। पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस के गढ़ अमेठी और रायबरेली में छह सौ से अधिक प्रवासी कामगार पहुंच चुके हैं और इनके आने का सिलसिला जारी है। इन लोगों ने प्रमुख सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी से किराया वापस करने की मांग की है।

राज्य के दोनों जिलों को कांग्रेस के गढ़ के रूप में जाना जाता था लेकिन पिछले आम चुनाव में कांग्रेस नेता  राहुल गांधी बड़े अंतराल के बाद अमेठी सीट से हार गए। जबकि सोनिया गांधी सीट बचाने में सफल रहीं, लेकिन रायबरेली में जीत का अंतर कम हो गया। प्रवासियों ने कहा कि उन्होंने (सोनिया और प्रियंका) वादे किए थे और इस बार उन्हें किराया वापस करना चाहिए। प्रवासी सोनिया और कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे। प्रवासी "अपना वादाभोले काँग्रेसिये" का नारा लगा रहे थे। 

हालांकि इस बीच, सोशल मीडिया के साथ टीवी चैनल में इस समाचार के सुर्खियां बनने के बाद कांग्रेस ने पटाक्षेप करने की कोशिश की और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया के माध्यम से एक संदेश भेजा और जिला प्रशासन को प्रवासियों की सूची प्रदान करने के लिए कहा। ताकि प्रवासियों को ट्रेन का किराया वापस किया जा सके। हालांकि प्रियंका ने कहा कि प्रवासी अपना पता, रिफंड के लिए ट्रेन टिकट की फोटो स्थानीय कार्यकर्ताओं के नंबर पर भेजे। इन नंबरों को प्रियंका गांधी वे जारी किया था।