रांची।  देश में कोरोना का कहर जारी है और लॉकडाउन के बीच लाखों की संख्या में मजदूर और कामगार बेरोजगार हैं।  जिन्हें राज्य सरकारें भोजन कर रही है।  लेकिन कोरोना के कहर के बीच में झारखंड की सोरेन सरकार ने राज्य में दीदी रसोई को शुरू किया है। जो गरीब और बेसहारा लोगों को मुफ्त में भोजन करा रही है।  ये दीदी रसोई विभिन्न थानों में संचालित की जा रही हैं। जिन्हें राज्य सरकार की सहायता से स्वयं सहायता समूहों द्वारा चलाया जा रहा है।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि तालाबंदी के दौरान लाखों लोगों को खिलाने के लिए उनकी 'दीदी रसोई' को अन्य राज्य भी अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि  लॉकडाउन बीच राज्य के विभिन्न पुलिस थानों में 6,628 'मुखिया दीदी किचन' और सामुदायिक रसोई के माध्यम से हर दिन 12 लाख से अधिक लोगों को खिलाया जा रहा है। 'दीदी रसोई', गरीब और बेसहारा लोगों को मुफ्त भोजन देने के लिए राज्य सरकार की सहायता से स्वयं सहायता समूहों द्वारा चलाई जाती है। झारखंड के 76 लाख प्रवासी श्रमिक देश भर में 12,276 स्थानों पर फंसे हुए हैं। वहीं झारखंड के 6.24 लाख प्रवासी श्रमिक अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 13,298 स्थानों पर फंसे हुए हैं।

झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्‍या में लगातार इजाफा हो रहा है। राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी में जहां राज्‍य की पहला कोरोना संक्रमित मरीज मिला था अब भी वहीं लगातार मरीज मिल रहे हैं। राज्‍य के कुल कोरोना संक्रमित 46 मरीजों में से 25 रांची के हिंदपीढ़ी के ही हैं। सोमवार को ही फिर एक बार चार नए कोरोना संक्रमित की पहचान की गई है।  वहीं बोकारो में अब 10 मरीज कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। जबकि  धनबाद, गिरिडीह, सिमडेगा और हजारीबाग में अबतक 2-2 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।