नई दिल्ली। कोरोना संकटकाल में बंद हो चुके हवाई यात्रा को फिर से शुरू करने के लिए भारत ने जुलाई के बाद अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, यूएई, कतर और मालदीव के साथ इस तरह के समझौते किए हैं।  इसके तहत दोनों देशों के बीच हवाई यात्रा शुरू हो सकेगी। वहीं 15 अगस्त को कनाडा के साथ एयर बबल प्लान के तहत हवाई संचालन शुरू हो गया है। वहीं अब भारत ने अफगानिस्तान, नेपाल और भूटान के साथ भी एयर बबल का प्रस्ताव रखा है। ताकि इन देशों के साथ हवाई यात्रा की शुरूआत हो सके। लेकिन खास बात ये ही भारत ने इसमें पाकिस्तान को शामिल नहीं किया है।

फिलहाल भारत सरकार ने साफ किया है कि आने वाले समय  में अन्य  देशों के साथ इस तरह का प्लान बनाया जाएगा। ताकि एक दूसरे के नागरिक यात्रा कर सकें। सरकार का कहना है कि  हर फंसे हुए नागरिक को निकलना भारत सरकार का काम है और उन तक हवाई सुविधा पहुंचाई जाए, ये सरकार का कर्तव्य है। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया  कि भारत पूर्व शर्तो के तहत उड़ान सेवा को शुरू करने के लिए ‘एयर बबल’ व्यवस्था स्थापित कर रहा है और इसके तहत 13 देशों के साथ सरकार की बातचीत चल रही है। फिलहाल भारत सरकार ने कोरोना संकट को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा के लिए पांच पड़ोसी देशों के समक्ष प्रस्ताव रखा है। लेकिन इसमें पाकिस्तान का नाम शामिल नहीं है।

पुरी ने ट्वीट  पर जानकारी दी है कि भारत  ने पांच  पड़ोसी देशों श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, नेपाल और भूटान के साथ एयर बबल का प्रस्ताव रखा है और बाद में अन्य देशों  के सामने ऐसी व्यवस्था को रखा जाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्री ने एक ट्वीट के जरिए बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, यूएई, कतर और मालदीव के साथ हवाई यात्रा की व्यवस्था संचालित है और अब सरकार 13 अन्य देशों के साथ बातचीत कर रही हैं। जानकारी के मुताबिक इन देशों में ऑस्ट्रेलिया, इटली, जापान, न्यूजीलैंड, नाइजीरिया, बहरीन, इजरायल, केन्या, फिलीपींस, रूस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड का नाम शामिल है।  वहीं भारत सरकार ने जुलाई के बाद अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, यूएई, कतर और मालदीव के साथ  करार किया है। वहीं 15 अगस्त को कनाडा के साथ एयर बबल चालू हो गया है।

जानें  क्या है एयर बबल

असल में उड्डयन क्षेत्र की भाषा में 'एयर बबल'  को दोनों देशों के बीच हवाई सेवाओं को एक खास सुरक्षा और यात्रियों की यात्रा शर्तो के साथ शुरू किया जाना है। फिलहाल भारत 13 देशों के साथ एयर बबल स्थापिंत कर रहा रहा है। वहीं पड़ोसी देशों के साथ भी भारत करार कर रहा है। लेकिन पाकिस्तान को इसमें शामिल नहीं किया  गया है।