नई दिल्ली। राज्यसभा उपसभापति पद के चुनाव के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। हालांकि कांग्रेस की इसमें हार तय है।  क्योंकि राज्यसभा का गणित  कांग्रेस के पक्ष में नहीं है। लेकिन कांग्रेस इसके जरिए विपक्षी एकता को आजमाना चाहती है। एनडीए की ओर से हरिवंश नारायण सिंह ने बुधवार को नामांकन दाखिल कर दिया जबकि कांग्रेस डीएमके सांसद तिरुची शिवा को संयुक्त विपक्ष का प्रत्याशी बनाया है।

असल में एनडीए से जनता दल यूनाइटेड यानी जदयू के सांसद हरिवंश नारायण सिंह को प्रत्याशी बनाया है। हरिवंश नारायण सिंह पहले  भी राज्यसभा के उपसभापति रह चुके हैं। उन्होंने पिछली बार कांग्रेस के प्रत्याशी को चुनाव में हराया था। जबकि उस वक्त राज्यसभा में एनडीए  कमजोर था। जबकि पिछले दो साल के दौरान राज्यसभा में कांग्रेस कमजोर हुई है और एनडीए मजबूत हुई है।  असल में कांग्रेस ने इस बाद एनडीए को हराने के लिए दांव खेला है। कांग्रेस ने इस बार अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए डीएमके सांसद को विपक्ष का संयुक्त प्रत्याशी घोषित किया है। इसके जरिए कांग्रेस विपक्षी दलों को एक मंच पर लाना चाहती है। लेकिन सच्चाई ये ही कि कांग्रेस की अगुवाई वाले विपक्षी एकता के पास बहुमत नहीं है। वहीं राज्यसभा में कई दल ऐसे हैं जो एनडीए को मुद्दों  के आधार पर समर्थन देते हैं।  

एनडीए  के पास 116 सांसदों का समर्थन

राज्यसभा में एनडीए के पास 116 सदस्यों का समर्थन है।  लेकिन उसे जीत के लिए अतिरिक्त 10 और सदस्यों की जरूरत होगी। राज्य में भाजपा के पास 87, एआईडीएमके 9, जेडीयू 5, अकाली दल 3, एजेपी 1, बीपीएफ 1, आरपीआई 1, एनपीएफ 1, एमएनएफ 1, एनपीपी 1 और सात नामित सदस्य हैं। जबकि उपसभापति के चुनाव के लिए 126 सदस्यों की जरूरत है। वहीं एनडीए को राज्यसभा में समर्थन देने वाले बीजेडी के पास 9 और वाईएसआर के पास 6 सदस्य है। अगर ये दोनों दल एनडीए को फिर से समर्थन देते हैं तो एनडीए के प्रत्याशी का जीतना तय है।


यूपीए के पास 70 सदस्यों का समर्थन

अगर एनडीए की तुलना में देखें तो कांग्रेस की अगुवाई वाले यूपीए के पास 70 सदस्यों का समर्थन है। उसकी नजर अन्य विपक्षी दलों पर लगी है। राज्यसभा में कांग्रेस के  पास 40, वामपंथी दल 6, डीएमके 7, आरजेडी, 5, शिवसेना 3, एनसीपी 4, मुस्लिम लीग 1, जेडीएस 1, जेएमएम 1, केरला कांग्रेस 1 और टीडीपी का एक सदस्य है। वहीं कांग्रेस को गैर-एनडीए और गैर यूपीए के दलों दलों से उम्मीद है।