बंगलूरू। कांग्रेस को कर्नाटक की 15 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस ही नहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम सिद्धारमैया को भी बड़ा झटका लगा है। राज्य में कांग्रेस को मिली हार के लिए उन्हें विधायक दल के नेता के पद से इस्तीफा देना पड़ा है। क्योंकि राज्य में चुनाव उन्हीं की अगुवाई में लड़ा था और उन्होंने ऐलान किया था कि राज्य मे जल्द ही मध्यावति चुनाव होंगे।

राज्य में भाजपा ने अभी तक 11 सीटों पर जीत कर रही है और एक सीट पर वह आगे चल रही है। जबकि कांग्रेस एक ही सीट पर जीत हासिल कर सकी है। जबकि दो सीटों पर बाद में चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। लेकिन ये उपचुनाव कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। क्योंकि इस परिणाम से राज्य की भाजपा सरकार मजबूत हो गई है और अब किसी तरह का खतरा नहीं है। हालांकि चुनाव राज्य में कांग्रेस और जेडीएस  ने अलग अलग लड़ा। जिसके कारण दोनों ही दलों को नुकसान उठाना पड़ा है।

कांग्रेस के नेता सिद्धारमैया ने दावा किया था कि राज्य में जल्द ही मध्यावति चुनाव होंगे और राज्य में फिर से भाजपा  की सरकार बनेगी। लेकिन आज आए परिणाम के बाद उन्होंने विधायक दल के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया है। लिहाजा माना जा रहा कि इन परिणामों के बाद राज्य में सिद्धारमैया कमजोर होंगे। क्योंकि चुनाव उन्हीं की अगुवाई में लड़े गए थे। गौरतलब है कि राज्य में जुलाई में हुए सियासी घटनाक्रम में राज्य की एचडी कुमारस्वामी सरकार को इस्तीफा देना पड़ा था।

हालांकि राज्य के सीएम कुमारस्वामी ने आरोप लगाया था सिद्धारमैया ने विधायकों के उनके खिलाफ भड़काया है। इसके बाद राज्य के कांग्रेस के जेडीएस और कांग्रेस के 17 विधायकों ने इस्तीफा दिया था। जिसके बाद राज्य में भाजपा की सरकार बनी। हालांकि विधायकों को सदस्यता रद्द करने के बाद राज्य में फिर उपचुनाव हुए हैं। हालांकि अभी महज 13 सीटों पर परिणाम घोषित किए गए हैं। जबकि दो सीटों पर बाद में परिणाम घोषित किए जाएंगे।