पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर अमेरिका पहुंच चुके हैं। इमरान खान सोमवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस में मिलेंगे। इस मुलाकात में कई मुद्दों के साथ डा. शकील अफरीदी की पाकिस्तान की जेल से रिहाई का भी मामला उठेगा। डा. शकील अफरीदी कोई और नहीं वो डाक्टर है जिसने ओसामा बिन लादेन तक पहुंचने के लिए अमेरिकी फौज की मदद की थी। लेकिन बाद में पाकिस्तान की सरकार ने उन्हें देशद्रोह के आरोप में जेल में कैद कर दिया था।

पीएम इमरान खान अपने लाव लश्कर के साथ अमेरिका पहुंच चुके हैं। इस यात्रा में उनके साथ विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और पाकिस्तान सेना के बड़े अफसर भी गए हैं। ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी प्रधानमंत्री के साथ सेना के अफसर भी अमेरिका के दौरे पर गए हैं।

इसका मतलब साफ है कि इमरान खान अमेरिका को आश्वस्त करना चाहते हैं कि पाकिस्तानी सेना आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर रही है। लेकिन इस यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पाकिस्तान पर डा. अफरीदी को जेल से रिहा करने के लिए दबाव बनाएंगे। डा. अफरीदी की मुखबरी पर ही ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी नेवी सील के कमांडो ने मार गिराया था।

जानकारी के मुताबिक अमेरिका डा. अफरीदी की रिहाई चाहता है। हालांकि पाकिस्तान के अफसर ये दलील दे सकते हैं कि उन्हें जेल से बाहर जान का खतरा हो सकता है। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति इसके लिए पहले ही इमरान खान पर दबाव बना चुके हैं। जो खबरें आ रही हैं उसके मुताबिक ट्रंप डॉक्टर अफरीदी की रिहाई की मांग कर सकते हैं।

क्योंकि अफरीदी ने ही वैश्विक आंतकी ओसामा बिन लादेन को पकड़वाने में सीआईए की मदद की थी। इसके बाद पाकिस्तान की सरकार ने डॉक्टर शकील अफरीदी को जेल में कैद किया हुआ है। असल में ट्रंप राष्ट्रपति के चुनाव प्रचार के अभियान में यह कह चुके हैं कि वह पाकिस्तान से डा. अफरीदी को दो मिनट में छुड़वा लेंगे।

लेकिन अभी तक अफरीदी जेल में ही हैं। गौरतलब है कि 2011 में सीआईए को अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को खोजने में अफरीदी ने मदद की थी। पाक सरकार ने डा. अफरीदी को देशद्रोह के आरोप में सजा सुनाई थी। हालांकि ट्रंप से अफरीदी के परिवार और वकील गुहार लगा चुके हैं। लिहाजा ऐसा माना जा रहा है कि ट्रंप इस बार इमरान पर दबाव बनाकर डा. अफरीदी को जेल से बाहर निकाल सकते हैं।