धारा 370 हटाने और जम्मू कश्मीर को तीन हिस्सों में बांटने पर अलग अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इसको लेकर कई राजनीतिक दलों ने भी अपने पहले के रुख से बिल्कुल उलट रुख दिखाया है। आईए जानते हैं कि केन्द्र सरकार के इस कदम पर किसका क्या मानना है।
नई दिल्ली: मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर का 70 साल का विवाद 35 मिनटों में निपटा दिया। इसकी कई जगह आलोचना हो रही है तो कई जगहों पर हार्दिक स्वागत भी किया जा रहा है। आईए आपको बताते हैं कि किसने क्या कहा-
पूर्व गृहमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने ठहराया सही कदम
वयोवृद्ध बीजेपी नेता और देश के उप प्रधानमंत्री रह चुके लाल कृष्ण आडवाणी अपनी पार्टी की सरकार के इस कदम से बेहद खुश दिखे। उन्होंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को इस कदम के लिए बहुत बहुत बधाई दी है।
Bold step towards strengthening national integration: Advani on Article 370 scrapping
— ANI Digital (@ani_digital) August 5, 2019
Read @ANI story | https://t.co/cZ3jhGz5Vv pic.twitter.com/hPiIOwx3YA
पंजाब के मुख्यमंत्री ने उठाया सवाल
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जम्मू कश्मीर को लेकर सरकार के फैसले पर प्रश्नचिन्ह लगाया है। उनका मानना है कि यह संविधान की भावना के खिलाफ है।
Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh: But doing it unilaterally like this, without consultation with Kashmiri people, political parties or without taking it through Parliament, this is against the very essence of the Constitution. (2/2) #Article370 https://t.co/0XaEXpx22L
— ANI (@ANI) August 5, 2019
वोटिंग से दूर रहेगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी
कांग्रेस के जोड़ीदार शरद पवार के दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने जम्मू कश्मीर पर सरकार के ताजा प्रस्ताव से अलग रहने का मन बनाया है। उसके प्रवक्ता ने जानकारी दी है कि एनसीपी इस बिल पर होने वाली वोटिंग से दूर रहेगी।
Nationalist Congress Party MP Vandana Chavan in Rajya Sabha: The NCP will abstain from voting on this bill. #Article370 pic.twitter.com/jVuFrYhjhn
— ANI (@ANI) August 5, 2019
पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने जताई हताशा
धारा 370 खत्म होने के बाद वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और देश के पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने निराशा जाहिर करते हुए कहा है कि इतिहास बताएगा कि सरकार ने कितनी बड़ी गलती की है। वह राज्यसभा में बयान दे रहे थे।
P Chidambaram,Congress in Rajya Sabha: Momentarily you may think you have scored a victory, but you are wrong and history will prove you to be wrong. Future generations will realize what a grave mistake this house is making today. #Article370 pic.twitter.com/NC3XrFeeU5
— ANI (@ANI) August 5, 2019
संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप ने बताया सरकार का मजबूत कदम
वयोवृद्ध संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप के मुताबिक यह केन्द्र सरकार का एक मजबूत कदम है। इसमें कोई कानूनी या संवैधानिक कमी नहीं तलाश की जा सकती है।
Constitution expert Subhash Kashyap on #Article370: I can only say, constitutionally it is sound, no legal & constitutional fault can be found in it. Govt has carefully studied the matter. As for the question, if it's a political decision, I have nothing to say on that. pic.twitter.com/FNDbeh6jBt
— ANI (@ANI) August 5, 2019
आरएसएस ने किया सरकार के फैसले का स्वागत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इसे सरकार का साहसपूर्ण कदम बताते हुए इसका स्वागत किया है। अपने आधिकारिक बयान में आरएसएस ने इसे जम्मू कश्मीर के लिए बेहद जरुरी करार दिया है।
“सरकार के साहसपूर्ण कदम का हम हार्दिक अभिनंदन करते हैं। यह जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश के हित के लिए अत्यधिक आवश्यक था।
— RSS (@RSSorg) August 5, 2019
सभी को अपने स्वार्थों एवं राजनीतिक भेदों से ऊपर उठकर इस पहल का स्वागत और समर्थन करना चाहिये।”
मोहन भागवत, सरसंघचालक
सुरेश (भय्याजी) जोशी, सरकार्यवाह
अरविंद केजरीवाल ने किया समर्थन
आश्चर्यजनक रुप से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने धारा 370 को हटाए जाने का समर्थन किया है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की है कि इससे राज्य में शांति और प्रगति का रास्ता साफ होगा।
We support the govt on its decisions on J & K. We hope this will bring peace and development in the state.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 5, 2019
सकते में हैं कश्मीरी नेता
जम्मू कश्मीर के नेता केन्द्र सरकार के इस कदम से सकते हैं हैं। उन्हें भरोसा ही नहीं हो रहा है कि आखिर कैसे सरकार इतना बड़ा कदम इतनी आसानी से उठा सकती है। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसे कश्मीरियों के साथ विश्वासघात करार दिया है। वहीं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती इसे काला दिन करार दे रही हैं।
People like us who placed faith in Parliament, the temple of democracy have been deceived. Those elements in J&K who rejected the 🇮🇳 constitution & sought resolution under the UN have been vindicated. This will exacerbate the alienation Kashmiris feel.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2019
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने किया स्वागत
बीजेपी की दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने केन्द्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह एक भारत और श्रेष्ठ भारत की दिशा में उठा बड़ा कदम है।
बहुत साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय. श्रेष्ठ भारत - एक भारत का अभिनन्दन.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) August 5, 2019
A bold and historic decision. We salute our Great India - one India.
योग गुरु बाबा रामदेव हैं बेहद खुश
देश विदेश में प्रसिद्ध योग गुरु बाबा रामदेव केन्द्र सरकार के इस कदम से बेहद प्रसन्न दिखे। उन्होंने अखंड भारत का अपना पुराना स्वप्न एक बार फिर से दोहराया है।
अखंड भारत की जय हो....
— Swami Ramdev (@yogrishiramdev) August 5, 2019
तेरा वैभव अमर रहे मां.........
हम दिन चार रहे ना रहे......... pic.twitter.com/0UABzvMcm3
Last Updated Aug 5, 2019, 4:54 PM IST