नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि केन्द्र सरकार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार की सुरक्षा में कटौती कर दी है। जबकि शरद पवार को जेड कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई है। हालांकि अभी तक केन्द्रीय गृहमंत्रालय की तरफ पवार की सुरक्षा को लेकर कोई बयान नहीं आया है। हालांकि कुछ दिन पहले केन्द्रीय गृहमंत्रालय ने वीवीआई की सुरक्षा की समीक्षा  करने के बाद उनकी सुरक्षा में कटौती करने की बात कही थी।

हालांकि शरद पवार की सुरक्षा में कटौती की खबरों के बाद एनसीपी के सांसद माजिद मेमन ने कहा कि देश में प्रमुख नेता की सुरक्षा को केन्द्र की मोदी सरकार कम रही है। इस बात को लेकर उन्होंने केन्द्र सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा कि पवार को जेड कैटेगरी की सुरक्षा मिली है. उसको बावजदू उनकी सुरक्षा में सुरक्षा कर्मी मौजूद नहीं हैं। हालांकि इससे पहले केन्द्र सरकार गांधी परिवार यानी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से एसपीजी की सुरक्षा को वापस ले चुकी है।

एनसीपी ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार ने ये जानबूझ कर किया है। क्योंकि शरद पवार ने महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार नहीं बनने दी थी। एनसीपी नेताओं ने आरोप लगाया है कि राजनीतिक दुर्भावना के तहत पवार की सुरक्षा कम की गई है। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही मुंबई में राकांपा की अल्पसंख्यक इकाई द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में पवार ने कहा था कि अल्पसंख्यक समुदायों के प्रतिनिधियों के कहने पर ही पार्टी ने शिवसेना के साथ हाथ मिलाया था ताकि भाजपा को महाराष्ट्र में सत्ता से दूर रखा जाना चाहिए।

फिलहाल आने वाले दिनों में विपक्ष इसे बड़ा मुद्दा बना सकता है। क्योंकि पहले केन्द्र सरकार गांधी परिवार की सुरक्षा को कम कर चुकी है और जल्द ही अन्य कई नेताओं की सुरक्षा को भी कम करने वाली है। जिन्हें एनएसजी की सुरक्षा मिली है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस और शिवसेना के साथ एनसीपी ने सरकार में अहम भूमिका निभाई थी। जिसके कारण भाजपा राज्य की सत्ता से बाहर हो गई है। राज्य में शिवसेना की सरकार बनाने का श्रेय शरद पवार को ही जाता है।