असल में सेना ने पहले ही करतापुर साहिब कॉरिडोर के लिए नाराजगी जता थी और इमरान खान के फैसले को पलट दिया था। इमरान खान सरकार ने ऐलान किया था कि करतापुर साहिब के दर्शन के लिए भारतीय पहचान पत्र के साथ ही दर्शन किए जा सकते हैं। लेकिन उद्घाटन से तीन पहले पाकिस्तानी सेना ने घोषणा कि थी कि दर्शन के लिए भारतीय पासपोर्ट जरूरी होगा। इसके बगैर किसी को दर्शन की अनुमति नहीं होगी।
नई दिल्ली। पाकिस्तान में चर्चा चल रहा है कि सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा इमरान खान से नाराज चल रहे हैं। पाकिस्तानी सेना भारत से किसी भी तरह के रिश्ते नहीं रखना चाहती है। लिहाजा माना जा रहा है कि करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन को लेकर सेना पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से नाराज चल रही है। जिसके कारण बाजवा ने उद्घाटन कार्यक्रम से दूरी बनाकर रखी।
असल में सेना ने पहले ही करतापुर साहिब कॉरिडोर के लिए नाराजगी जता थी और इमरान खान के फैसले को पलट दिया था। इमरान खान सरकार ने ऐलान किया था कि करतापुर साहिब के दर्शन के लिए भारतीय पहचान पत्र के साथ ही दर्शन किए जा सकते हैं। लेकिन उद्घाटन से तीन पहले पाकिस्तानी सेना ने घोषणा कि थी कि दर्शन के लिए भारतीय पासपोर्ट जरूरी होगा। इसके बगैर किसी को दर्शन की अनुमति नहीं होगी। यही नहीं इमरान खान सरकार ने पहले तीन दिन लिए जाने वाले टैक्स में छूट रखी थी।
जिसे सेना के दबाव में उसी दिन से लागू कर दिया गया है। लिहाजा माना जा रहा है कि इसी के कारण सेना प्रमुख ने करतापुर साहिब कॉरडोर के उद्घाटन के मौके पर दूरी बनाकर रखी। जबकि इमरान खान के साथ ही बाजवा के वहां पर मौजूद रहने की खबर थी। अब पाकिस्तान में कहा जा रहा है कि सेना प्रमुख बाजवा इमरान खान से नाराज हैं। इसकी कारण उन्होंने करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह में दूरी बनाकर रखी। इस कार्यक्रम में पाकिस्तान गुरुद्वारा कमेटी ने बाजवा को भी आमंत्रित किया था।
जबकि भारत की तरफ से इस कार्यक्रम में नवजोत सिंह सिद्धू भी मौजूद थे। गौरतबल है कि पिछले कुछ दिनों के दौरान इमरान खान और बाजवा के बीच रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं। पाकिस्तान में विपक्षी दलों द्वारा निकाले जा रहे आजादी मार्च में सेना प्रमुख ने दखल देने से मना कर दिया है। जबकि इमरान खान ने इसके लिए सेना से मदद मांगी थी। वहीं विपक्षी दल इमरान खान से इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं।
Last Updated Nov 12, 2019, 11:50 AM IST