मुंबई। महाराष्ट्र में विधान परिषद की नौ सीटों पर होने वाले चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने अपना एक प्रत्याशी बदल दिया है। जबकि चार प्रत्याशियों के नाम पहले ही ऐलान कर दिए गए थे। लेकिन नाम वापसी से ठीक पहले भाजपा ने प्रत्याशी को बदल कर राज्य राजनीति को गर्मा दिया है। परिषद के चुनाव में नौ सीटों के लिए नौ प्रत्याशी हैं और इसें पांच प्रत्याशी शिवसेना गठबंधन सरकार के हैं और चार भाजपा के प्रत्याशी हैं।

राज्य में विधान परिषद के चुनाव से पहले भाजपा के प्रत्याशी अजीत गोछाड़े ने अपना नाम वापस ले लिया है और उनके स्थान पर पार्टी ने रमेश कराड को मैदान में उतारा है। हालांकि पहले कई दावेदार मैदान में थे। लेकिन  भाजप ने परिषद में दिग्गजों के बजाए नए और युवा नेताओं को भेजने का फैसला किया। लेकिन भाजपा ने नया प्रत्याशी मैदान में उतार कर सबको चौंका दिया है। हालांकि इसको लेकर विपक्ष भाजपा पर निशाना साध रहा है। विपक्ष का कहना है कि भाजपा को डर है कि उसके विधायक शिवसेना और उसके सहयोगी दलों के प्रत्याशी को वोट दे सकते हैं।

माना जा रहा है कि पार्टी पर राज्य  के दिग्गज नेताओं का दबाव था। जिसके बाद प्रत्याशी को बदला गया है। रमेश कराड लातूर के शिक्षा व्यवसायी विश्वनाथ कराड के भतीजे हैं और उन्हें भाजपा के दिग्गज और पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे के करीबी सहयोगी हैं।  पंकजा मुड़े फिलहाल पार्टी से नाराज चल रही हैं और माना जा रहा है कि उनकी  नाराजगी को दूर करने के लिए पार्टी ने प्रत्याशी को बदला है। हालांकि पहले पंकजा मुंडे के  नाम की भी चर्चा चल रही थी।

 कराड एनसीपी में भी रह चुके हैं। अब परिषद के चुनाव में कराड के अलावा रंजीतसिंह मोहिते पाटिल, गोपीचंद पडलकर और प्रवीण दटके मैदान में हैं। वहीं सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी के तरफ से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और विधान परिषद की उपाध्यक्ष नीलम गोरे (शिवसेना), शशिकांत शिंदे और अमोल मितकरी (राकांपा) और कांग्रेस के राजेश राठौड़ मैदान में हैं।