मुंबई। महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार के कैबिनेट विस्तार के बाद अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी  में बगावत हो गई है। मंत्री न बनाए जाने से नाराज पार्टी  के वरिष्ठ विधायक  प्रकाश सोलंके नाराज नाराज हो गए हैं और उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। हालांकि कल ही कांग्रेस के विधायकों ने भी नाराजगी जाहिर कर केन्द्रीय नेतृत्व को साफ बता दिया था कि कैबिनेट विस्तार से पार्टी  के वफादारों को दूर रखा गया है।

उद्धव ठाकरे सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार सोमवार को  मुंबई में हुआ, लेकिन अब ये तीनों दलों के लिए गले की फांस बन गया है। क्योंकि कैबिनेट में जगह नहीं मिलने के कारण कांग्रेस और एनसीपी के विधायक नाराज बताए जा रहे हैं। वहीं महाराष्ट्र में शिवसेना सरकार को बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले  संजय राउत भी नाराज बताए जा रहे हैं। राउत अपने  भाई को मंत्री बनाना चाहते थे, लेकिन उन्हें ठाकरे कैबिनेट में जगह नहीं मिली है।

वहीं एनसीपी के चार बार के विधायक रहे प्रकाश सोलंके ने कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला किया है। प्रकाश सोलंके महाराष्ट्र के बीड जिले के मजलगांव सीट से चार बार के विधायक है। सोलंके ने यहा तक  कह दिया है कि वह राजनीति से भी संन्यास ले लेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि वह कैबिनेट में शामिल नहीं किए जाने से नाराज नहीं है। लेकिन राज्य में चर्चा है कि वह पार्टी से नाराज हैं। हालांकि एनसीपी की तरफ से किसी का कोई बयान  नहीं आया है।

हालांकि कांग्रेस में  भी विधायकों में कैबिनेट विस्तार में जगह नहीं मिलने के कारण  नाराजगी है। राज्य के आधा दर्जन से ज्यादा विधायक महाराष्ट्र के प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे से नाराजगी जता चुके हैं। वहीं पुणे के विधायक संग्राम थप्टे को मंत्री न बनाए जाने के खिलाफ कांग्रेस के 20 पार्षदों ने  इस्तीफा दे दिया है। सोलंके ने कहा कि राजनीति में हम जैसे लोगों के लिए कोई स्थान बचा नहीं है। हालांकि वह पूर्व की कांग्रेस-एनसीपी सरकार में राज्यमंत्री रहे चुके हैं।