पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच चली आ रही तकरार जाहिर हो गयी है। सिद्धू की पत्नी ने तीन दिन पहले कहा था कि उनका लोकसभा टिकट काटने में सबसे बड़ी भूमिका मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर की थी। हालांकि तीन दिन शांत रहने के बाद सिद्धू ने कहा कि उनकी पत्नी झूठ नहीं बोलती। लिहाजा वह अपनी पत्नी के आरोपों को सही ठहरा रहे हैं।

बहरहाल आज पंजाब में लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार थम जाएगा और ठीक एक दिन पहले अपनी पत्नी के आरोपों को सही बताने से सिद्धू की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। तीन दिन पहले सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने आरोप लगाया था कि राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के दबाव में ही पार्टी की राज्य प्रभारी आशा कुमारी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। जबकि नवजोत कौर काफी अरसे से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थी।

वह पहले चंडीगढ़ से चुनाव लड़ना चाहती थी। लेकिन जब वहां से पार्टी ने उनकी दावेदारी खारिज की तो वह अमृतसर से चुनाव लड़ने की तैयारी में थी। अमृतसर से सिद्धू सांसद रह चुके हैं, लिहाजा उनकी पत्नी इसी के चलते वहां से टिकट चाहती थी। फिलहाल अब पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने नवजोत कौर को अमृतसर से टिकट न दिए जाने के आरोपों के बाद उनका बचाव किया है।

इस मामले पर अब सिद्धू कह रहे हैं कि “मेरी पत्नी के पास इतनी शक्ति और नैतिक अधिकार है कि वह कभी झूठ नहीं बोलेंगी।” यानी एक तरह से सिद्धू नवजोत कौर के आरोपों को सही ठहरा रहे हैं। हालांकि पार्टी से नाराज नवजोत कौर ने कहा था कि उनके पति नवजोत सिंह सिद्धू अब पंजाब का कांग्रेस का प्रचार नहीं करेंगे। लेकिन प्रियंका गांधी के बात करने के बाद सिद्धू ने पार्टी का प्रचार किया।