चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने महाराष्ट्र की कांग्रेस समर्थित शिवसेना सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने पंजाब सरकार को नांदेड़ के तीर्थयात्रियों के बारे में गुमराह किया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने किसी भी तीर्थ यात्री का जांच नहीं कराई गई थी जबकि महाराष्ट्र की  उद्धव ठाकरे सरकार ने दावा किया था कि उन्होंने तीर्थयात्रियों का तीन बार टेस्ट कराया है।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में अचानक बढ़ रहे मामलों को लेकर महाराष्ट्र सरकार की उद्धव ठाकरे सरकार को कठघरे में खड़ा  किया है। कैप्टन ने कहा कि नांदेड़ से आने वाले तीर्थ यात्रियों के कारण राज्य में कोरोना राज्य में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य में लगभग 7,000 लोग विभिन्न राज्यों से पंजाब लौटे और  जिनमें से 200 लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है और अभी रिपोर्ट आनी बाकी है।

कैप्टन ने कहा कि महाराष्ट्र के नांदेड से लौटे लोगों को महाराष्ट्र सरकार ने बताया थी कि उनका तीन बार टेस्ट किया गया, लेकिन जब हमने उनका टेस्ट किया तो अभी तक 200 लोगों का टेस्ट पॉजिटिव आया है। सीएम कैप्टन ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पर नांदेड़ से लौट रहे तीर्थयात्रियों के बारे में उनसे झूठ बोलने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र ने हमसे झूठ बोला। यदि उन्होंने हमें सूचित किया होता कि इन तीर्थयात्रियों टेस्ट नहीं किया गया है तो हम पर्याप्त उपाय करते। उन्होंने कहा कि मैंने व्यक्तिगत रूप से उद्धव ठाकरे से बात की थी और हमने कहा था कि हम तीर्थयात्रियों वापस लाने के लिए तैयार हैं।  उन्होंने कहा कि राजस्थान से लगभग 3,000 लोग राज्य में आए हैं। उनकी जांच की जा रही है।

महाराष्ट्र के कहने पर पंजाब सरकार ने महाराष्ट्र में 80 बसें भेजी थी ताकि नांदेड़ हुजुर साहिब से तीर्थयात्रियों को वापस राज्य में वापस लाया जा सके। राज्य सरकार ने पहले बताया कि यहां पर 1500 लोग हैं जबकि वहां पर 3 हजार से ज्यादा लोग थे। उन्होंने कहा कि अब तक नांदेड़ से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 7 हजार पार हो चुकी है उन्होंने कहा कि नांदेड से आए श्रद्धालुओं का टेस्ट हो रहा है और हर दिन हम 1500 टेस्ट कर रहे हैं।