नई दिल्ली। भारत चीन सीमा पर सोमवार की रात हुए विवाद के पीछे साफ है कि चीन ने भारतीय सैनिकों पर हमला अचानक नहीं किया बल्कि उसने साजिश और सोची समझी रणनीति के तहत भारतीय सैनिकों पर हमला किया। चीन एक तरफ जहां बातचीत की बार खुद को विवाद को लेकर ईमानदार बताना चाहता है वहीं वह अपने सैनिकों के जरिए भारत को सबक सिखाना चाहता है। चीनी सैनिकों के हमले के पीछे चीनी सरकार की रजामंदी और ये कई बार साबित हो चुका है। 

असल में चीन भारत से डरा हुआ है। इसके कई कारण हैं। आर्थिक तौर पर भारत मजबूत हो रहा है और दुनिया में चीन के खिलाफ बन रहे माहौल को देखते हुए चीन सबका ध्यान भटकाना चाहता है। यही नहीं चीन को लग रहा है कि दुनिया उसके खिलाफ खड़ी हो सकती है और इसका नेतृत्व भी भारत कर सकता है। लिहाजा चीनी सरकार दुनिया का ध्यान भटकाने और भारत को कमजोर साबित  करने के लिए साजिश कर रहा है।
लद्दाख में भारत और चीन सेनाओं के बीच हुई हिंसा के पीछे कई कारण हैं। ग्लोबल टाइम्स में कल जो खबर छपी है उससे साफ होता है कि भारत की अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से दोस्ती चीन को रास नहीं आ रही है और वह भारत के जरिए इन देशों के भी संदेश देना चाहता है। जानकारी के मुताबिक भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बने समूह के कारण चीन चिड़ा हुआ है और उसे लगता है कि ये चार देश मिलकर उसको नुकसान पहुंचा सकते हैं। लिहाजा वह विवादों को जन्म देकर दुनिया को दिखाना चाहता है कि वह किसी को भी टक्कर दे सकता है।

अमेरिका के साथ पहले ही चीन के संबंध अच्छे नहीं है वहीं जापान को वह अपना दुश्मन मानता है। वहीं कोरोना संकट में अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया दोनों के साथ उसके रिश्तों में तनाव पैदा हो चुके हैं।आस्ट्रेलिया  चीन के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगा चुका है और इसकी जांच करने की भी मांग कर चुका है।  वहीं ये भी माना जा रहा है कि चीन हॉन्ग-कॉन्ग की स्थिति पर मात खाने औैर  आर्थिक मंदी जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए साजिश कर रहा है।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

भारत और चीन के मामलों के विशेषज्ञों का मानना है कि चीनी सरकार सीमावर्ती क्षेत्र में भारत के द्वारा किए जा रहे  बुनियादी ढांचे के विकास को रोकने चाहती है। क्योंकि सीमा पर भारत की मजबूती से चीन को नुकसान होने की पूरी संभावना है। पिछले पांच साल में भारत सीमा पर हजारों मील की सड़कों का निर्माण किया है। जो चीन  की खटक रहा है। वहीं चीन भारत को दक्षिण एशिया तक सीमित करना चाहता है। जबकि भारत कई विरोध और परेशानियों के बावजूद वैश्विक भूमिका निभाने को तैयार है। दुनिया के देश भी भारत को अहमितयत दे रहे हैं। जिसके चीनी सरकार डरी हुई है।  वहीं अमेरिका, जापान, आस्ट्रेलिया और भारत के द्वारा बनाए गए क्वैड पार्टनरशिप के कारण चीन को बड़ा खतरा दिख रहा है और वह सीमा पर विवाद के जरिए भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है।