नई दिल्ली। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी जल्द ही राजनीति से संन्यास ले सकते हैं। वह राजनीति से दूर जाने के बारे में विचार कर रहे हैं। कुमारस्वामी की पार्टी जनता दल (सेक्युलर) विधानसभा में बहुमत साबित करने में विफल रही है। वहीं राज्य में पार्टी की स्थिति खराब हो रही है। पार्टी के आधे विधायक राज्य की भाजपा सरकार को बाहर से समर्थन देने की वकालत कर रहे हैं। जिसको लेकर पार्टी ऊहापोह की स्थिति में है। 

राज्य में दो बार मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने वाले कुमारस्वामी ने कहा कि वह गलती से राजनीति में आए और गलती से मुख्यमंत्री भी बन गए। भगवान ने उन्हें दो बार मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि उन्होंने 14 महीनों में राज्य के विकास के लिए काफी काम किया।

फिलहाल जेडीएस में सब ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के आधे विधायक राज्य की भाजपा सरकार  को बाहर से समर्थन देने की वकालत कर रहे हैं। जबकि आधे विधायकों का कहना है कि कांग्रेस से आगे भी गठबंधन बना रहना चाहिए। राज्य में कांग्रेस और जेडीएस लोकसभा का चुनाव मिलकर लड़ थे। लेकिन दोनों की पार्टियों को बुरी हार का सामना पड़ा था। जबकि राज्य में गठबंधन की सरकार चल रही थी।

गौरतलब है कि कांग्रेस के साथ 14 महीनों तक सरकार चलाने वाले कुमारस्वामी पिछले दिनों विधानसभा में बहुमत साबित नहीं पाए थे और जिसके बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। राज्य में कांग्रेस और जेडीएस के 16 विधायक बागी हो गए थे।

जिसके बाद कई दिनों राज्य में सियासी संकट छाया रहा। हालांकि पिछले महीने 29 जुलाई को राज्य में बीएस येदियुरप्पा ने राज्य में भाजपा की सरकार बनाई। कुमारस्वामी ने कहा कि राजनीति अच्छे लोगों के लिए नहीं है और ये पूरी राजनीति जाति पर टिकी है। मैंने पद छोड़ दिया है और अब मुझे शांति से जीने दें।